लुटेरा गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार, 39 हजार लूट की राशि बरामद
39 हजार लूट की राशि बरामद
प्रतिनिधि, मुंगेर: फाइनेंसकर्मी के साथ हुए लूटकांड में शामिल तीन लुटेरों को मुंगेर पुलिस ने शनिवार को मुंगेर-जमालपुर मुख्य मार्ग दौलतपुर जमालपुर से गिरफ्तार किया है. जो दूसरी बड़ी लूटकांड को अंजाम देने की फिराक में था. अपराधियों के पास से लूटी गयी 39 हजार 800 रुपये भी पुलिस ने बरामद किया है. सभी अपराधी खगड़िया जिले के चमनटोला का रहने वाला है. जो सफियासराय थाना क्षेत्र के फरदा गांव में किराये के मकान में कमरा लेकर रहता था और लूट की घटना को अंजाम देता था. इस मामले में लूट के दिन ही पुलिस ने एक लुटेरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. गिरफ्तार लुटेरों ने कई लूटकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है. एसडीपीओ सदर राजेश कुमार ने बताया कि 4 अप्रैल की रात करीब 9 बजे सफियासराय थाना क्षेत्र के लाल खां चौक के समीप एक निजी फाइनेंस कंपनी जमालपुर शाखा के कर्मचारियों से कुछ अपराधियों द्वारा छिनतई की सूचना मिली थी. सफियासराय थाना पुलिस सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस को देख कर सभी अपराधी भागने लगे. पुलिस ने खदेड़ कर एक अपराधी को पकड़ लिया. जो खगड़िया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चमनटोला निवासी अरूण यादव का पुत्र अमलेश कुमार था. फाइनेंस कर्मी भागलपुर जिले शाहकुंड थाना क्षेत्र के बेलथु निवासी रोबिन सिंह के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इसके बाद गिरफ्तार अपराधी को 5 अप्रैल को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. जमालपुर से पुलिस ने तीनों अपराधियों को किया गिरफ्तार एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार अमलेश ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि जो तीनों अपराधी भाग गये थे वह सभी उसके ही गांव खगड़िया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चमनटोला का रहने वाला है. जो जयजयराम यादव का पुत्र मकेशर यादव, वीर बहादुर यादव का पुत्र धीरज कुमार व नीरज कुमार है. पुलिस ने तीनों की गिरफ्तारी के लिए सूचना जुटा रही थी. तीनों अपराधियों का मोबाइल लोकेशन जमालपुर दौलतपुर मिला. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर वहां से तीनों को गिरफ्तार कर लिया. जिसके पास से लूटी गयी 39 हजार 800 रुपये पुलिस ने बरामद किया. लाइनर था धीरज, भाई व दोस्तों के साथ लूटकांड को देता था अंजाम गिरफ्तार धीरज कुमार उक्त फाइनेंस कंपनी का स्टॉप था. जिसने काम छोड़ दिया था, लेकिन कब कौन कर्मी कहां से रुपये वसूल कर आने वाला था इसकी पूरी जानकारी रखता था. वह लूटकांड में लाइनर की भूमिका निभाता था. जबकि उसका भाई नीजर कुमार व अन्य मिलकर फाइनेंसकर्मी के साथ लूटपाट करता था. सभी ने सफियासराय थाना क्षेत्र के फरदा गांव में किराये पर एक कमरा ले रखा था. जो लूटपाट की घटना को अंजाम देकर सीधे अपने किराये के मकान में पहुंच जाता था. पुलिस मकान मालिक की भूमिका की भी जांच कर रही है. फाइनेंस कंपनी के कर्मी से पहले भी की थी लूटपाट एसडीपीओ बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने कई लूटपाट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है. 10 फरवरी को भी इसी फाइनेंस कंपनी के स्टाप से 1.48 लाख रुपये लूट लिया था. इसे लेकर नयारामनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई थी, जबकि इससे पूर्व खड़गपुर में इन अपराधियों ने लूट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है. सभी अपराधियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.