प्रतिनिधि, मुंगेर. अपने 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार राज्य विश्वविद्यालय व महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ मुंगेर प्रक्षेत्र के चरणबद्ध आंदोलन को लेकर मुंगेर विश्वविद्यालय व कॉलेजों के कर्मचारी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को कलमबंद हड़ताल पर रहेंगे. हालांकि, महासंघ प्रक्षेत्र के इस आंदोलन का एमयू के दो कॉलेजों ने विरोध करते हुए इससे खुद को दूर कर लिया है, जबकि विश्वविद्यालय वित्त विभाग के कर्मचारी गोपाल कुमार ने महासंघ मुंगेर प्रक्षेत्र ईकाई पर सवाल खड़ा किया है. बता दें कि अपने मांगों को लेकर 5 जुलाई से ही एमयू व कॉलेजों के कर्मचारियों द्वारा चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है. जिसका विरोध करते हुए दो कॉलेज कोशी कॉलेज, खगड़िया तथा केएसएस कॉलेज, लखीसराय ने आंदोलन से खुद को दूर कर लिया है. हालांकि, एमयू व अन्य कॉलेजों के कर्मचारी अपने चरणबद्ध आंदोलन के तहत सोमवार को एकदिवसीय कलमबंद हड़ताल पर रहेंगे. इधर, एमयू के वित्त विभाग कर्मी ने महासंघ के आंदोलन का विरोध करते हुए महासंघ पर सवाल खड़े किये हैं. वित्त विभाग के कर्मी गोपाल कुमार ने कहा है कि कर्मचारी संघ कार्यरत कर्मचारियों का है, लेकिन वर्षों से रिटायर कर्मचारी संघ के विभिन्न पदों पर बैठे हुए हैं. यहां तक की अनुबंध कर्मी को बिना चुनाव के ही इस संघ का उपाध्यक्ष बनाये हुए हैं, जबकि अनुबंध कर्मी को सीनेट चुनाव में वोट डालने तक का अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रक्षेत्रीय कर्मचारी संघ 17 कॉलेज व विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी का प्रतिनिधित्व करती है, लेकिन संघ के अध्यक्ष और सचिव बिना कार्यकारिणी की बैठक बुलाए सभी महाविद्यालय को आंदोलन में झोंक रहे हैं. कई महाविद्यालय ने इस आंदोलन से खुद को अलग भी कर लिया है. जिन महाविद्यालयों ने आंदोलन से खुद को अलग किया है.
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