Munger news : बाढ़ की तबाही से आमलोग परेशान हैं. बाढ़ पीड़ित ऊंचे स्थानों पर तो शरण ले लिये हैं, लेकिन रूखा-सूखा खाकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं. उनके घर चूल्हा भी नहीं जल रहा है. मुंगेर जिले में प्रशासनिक स्तर पर मुकम्मल व्यवस्था का दावा किया जा रहा है, लेकिन बाढ़ पीड़ितों के लिए वह नाकाफी है. राष्ट्रीय उच्च पथ-80 पर बाढ़ के पानी का तेज बहाव है, जिसके कारण लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे.बरियारपुर प्रखंड में भीषण बाढ़ से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं, वहीं सबसे ज्यादा परेशानी उनके समक्ष खाने की हो गयी है.
सरकारी स्तर पर भोजन की व्यवस्था नहीं
सरकारी स्तर पर सहायता करने में प्रशासनिक महकमा विफल साबित हो रहा है. पूर्व के वर्षों में भी बरियारपुर में भीषण बाढ़ कई बार आयी, लेकिन ऐसी हालात प्रशासनिक स्तर पर कभी नहीं हुई. इस बार प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ पीड़ितों को जो सहायता मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिल रही है. पूर्व के वर्षों में बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकारी स्तर पर भोजन के लिए शिविर चलाया जाता था, लेकिन इस बार कहीं पर भी भोजन के लिए शिविर नहीं लगाया गया है. इससे बाढ़ पीड़ित रूखा-सूखा खाकर जीवन व्यतीत कर रहे हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीड़ित परिवार शरण लिये हुए हैं. ऐसा कोई गांव नहीं बचा है, जो बाढ़ की चपेट में न हो. इस मंजर को देख हर कोई चिंतित नजर आ रहा है. लोग अपने जुगाड़ से भोजन तलाशने के लिए मुख्य मार्ग पर पहुंच रहे हैं.बरियारपुर बाजार के हाट मार्ग पर भी बाढ़ के पानी का बहाव हो रहा है.
आज से बाढ़ पीड़ितों को मिलेगी सूखा राशन
असरगंज के चौरगांव, ढोल पहाड़ी एवं अमैया में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है.चोरगांव उत्तर टोला में मुख्य सड़क पर एवं ढोलपहाड़ी, अमैया गांव के चारों ओर पानी का बहाव हो रहा है. लगभग दो सौ से अधिक घरों में पानी घुस गया है. इस बीच रविवार को विधायक राजीव कुमार सिंह एवं एसडीओ राकेश रंजन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से मिलकर उनकी समस्या से अवगत हुए.
आज से मिलेगी पॉलीथीन व मेडिकल की सुविधा
एसडीओ ने सोमवार से सूखा राशन, पॉलिथीन, पशु चारा एवं मेडिकल टीम उपलब्ध कराने का आश्वसनदिया. उन्होंने बताया कि अगर पानी की स्थिति इसी तरह बरकरार रही, तो सामुदायिक किचेन की भी व्यवस्था की जाएगी. पानी घटने के बाद फसल क्षतिपूर्ति का सर्वे कर सहायता राशि दी जायेगी. बता दें कि अबतक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के पीड़ित परिवारों को किसी प्रकार की सहायता उपलब्ध नहीं करायी गयी है. बीते पांच दिनों से चौरगांव के उत्तर टोला के 100 से अधिक घरों में बाढ़ का पानी घर में प्रवेश कर जाने से चूल्हा-चौका तक बंद है. मौके पर सीओ उमेश शर्मा, बीपीआरओ अमित कुमार, थानाध्यक्ष शिव अमृत प्रकाश कौशिक मौजूद थे.
बाढ़ पीड़ितों के बीच प्लास्टिक शीट व फूड पैकेट वितरित
गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच हवेली खड़गपुर प्रखंड की चार पंचायतों के दर्जन भर गांव जलमग्न हो गए हैं. लोगों का जीवन प्रभावित हो गया है. रविवार को एसडीओ राजीव रोशन, बीडीओ प्रियंका कुमारी व सीओ संतोष कुमार सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के भदौरा गांव में 600 एवं मंझगांय के 300 लोगों के बीच प्लास्टिक सीट एवं फूड पैकेट वितरित किया.मंझगांय में 300 प्लास्टिक सीट और 105 लोगों को फूड पैकेट उपलब्ध कराया गया. बाढ़ का आलम यह है कि तेलियाडीह पंचायत के कृष्णा नगर, बिलिया, अग्रहण पंचायत के सठबिग्घी, मंझगांय, मंझगांय डीह, अग्रहण समेत बहिरा पंचायत के भदौरा, नाकी पंचायत के जागीर में प्रभावित परिवार ऊंचे स्थानों पर शरण लेने के लिए घर छोड़ने को मजबूर हैं.सठबिग्घी लक्षण टोला के पीड़ित परिवार शामपुर थाना के समीप बगीचा और गरभू स्थान के समीप अपने मवेशी के साथ चारा और अन्य उपयोगी सामान के साथ शरण लिये हुए हैं. इधर जदयू जिलाध्यक्ष नचिकेता मंडल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और बाढ़ पीड़ितों से मिलकर हर संभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया. सौरभ निधि ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है.