तीन माह से क्षतिग्रस्त है टंकी, पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे आदिवासी

नक्सल प्रभावित बंगलवा पंचायत में सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल का जल योजना का बुरा हाल है. तीन माह पहले पानी की टंकी क्षतिग्रस्त हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | February 4, 2025 8:50 PM

मुंगेर. नक्सल प्रभावित बंगलवा पंचायत में सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल का जल योजना का बुरा हाल है. तीन माह पहले पानी की टंकी क्षतिग्रस्त हुई. मुखिया, मुखिया प्रतिनिधि, ग्रामीण सभी ने पीएचइडी विभाग से गुहार लगाया. लेकिन इसका निदान विभाग ने अब तक नहीं निकाला. जिसके कारण आदिवासी परिवारों को पानी के लिए पिछले तीन माह से जद्दोजहद करना पड़ रहा है.

तीन माह पहले क्षतिग्रस्त हुई थी टंकी, अब तक नहीं हुई बदली

बंगलवा पंचायत का वार्ड संख्या-6 खोप्पावर गांव पूरी तरह से आदिवासी बाहुल्य है. यहां के लोगों के लिए सरकार ने हर घर नल का जल योजना की व्यवस्था प्रदान की. ताकि आदिवासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा सके. पहले यह योजना पंचायती राज विभाग के पास थी. दिक्कत आने पर उसे तत्काल दुरुस्त कर दिया जाता था. जिससे पानी के लिए लोगों को परेशानी नहीं होती थी. लेकिन पिछले वर्ष इस योजना का दायित्व विभागीय स्तर पर पीएचईडी विभाग को स्थानांतरित कर दिया गया. तीन माह पहले जलमीनार के ऊपर लगी पानी की टंकी फट गयी थी. जिसकी बदली आज तक नहीं की. जबकि मुखिया, मुखिया प्रतिनिधि व ग्रामीण इसको लेकर कई बार पीएचईडी विभाग को इसकी सूचना दे चुके है.

ग्रामीणों ने कहा: नहीं सुनते हैं पीएचईडी विभाग के अधिकारी

खोप्पावर गांव के विनोद कोड़ा, शंकर कोड़ा, गिरिश कोड़ा, सहबनिया देवी, रिख्खी देवी, पार्वती देवी, भोला कोड़ा, रामोतार कोड़ा सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि डेढ़ महीने पहले भी पीएचईडी विभाग के जेई को फोन एवं व्हाट्सएप के माध्यम से टंकी फटने की जानकारी दी गयी थी. जिस पर उन्होंने व्हाट्सएप एवं फोनिक बातचीत में टंकी बदलने का आश्वासन दिया था. इसके बाद डेढ़ महीने से वार्ड के लोग नई टंकी लगने की आस लगाए हुए हैं. क्षतिग्रस्त टंकी तो बदलना दूर अब विभाग के पदाधिकारी का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है. ग्रामीणों ने सीएम से मांग किया कि अगर हमारी समस्या मुंगेर आगमन पर आप तक पहुंचती है, तो इसका हल करवा दे.

सुबह होते ही पानी के लिए शुरू हो जाती है जद्दोजहद

खोप्पावर गांव आदिवासी बाहुल्य है. पहले कुंआ, चापानल व अन्य संसाधनों से यहां के लोग पानी की समस्या को दूर करते थे. पानी के मामले में मामले में कभी शिकायत नहीं किया. नीतीश सरकार ने यहां जब हर घर नल का जल योजना स्थापित कर पानी ग्रामीणों को मुहैया कराया तो ग्रामीण काफी खुश थे. लेकिन समय के साथ ग्रामीण इस योजना के पानी पर आश्रित हो गये. लेकिन पिछले तीन माह से यहां के लोगों को सुबह से ही पानी के लिए जद्दोजहद शुरूहो जाती है. जो देर शाम तक जारी रहता है. एक-एक किलोमीटर दूर से पानी यहां के लोगों को लाना पड़ता है.

हमें संबंधित वार्ड में टंकी क्षतिग्रस्त होने की जानकारी नहीं है. टंकी क्षतिग्रस्त है तो उसे अविलंब बदला जायेगा. अपने स्तर से इसकी जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे.

चंदन कुमार, कनीय अभियंता, पीएचईडी विभागB

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