सुधा डेयरी का फर्जी विज्ञापन देने वाला दो आरोपित चढ़ा साइबर पुलिस के हत्थे

सुधा डेयरी बरौनी का लोगो का इस्तेमाल करते हुए फेसबुक पर विज्ञापन देखकर रोजगार देने वाले दो ठग को रेल साइबर थाना जमालपुर द्वारा वैशाली से गिरफ्तार कर लिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 6, 2024 11:40 PM

प्रतिनिधि, जमालपुर. सुधा डेयरी बरौनी का लोगो का इस्तेमाल करते हुए फेसबुक पर विज्ञापन देखकर रोजगार देने वाले दो ठग को रेल साइबर थाना जमालपुर द्वारा वैशाली से गिरफ्तार कर लिया गया. रेल साइबर थाना जमालपुर के थानाध्यक्ष सह रेल डीएसपी मनीष आनंद ने बताया कि दीपू कुमार उर्फ राहुल, पिता राम मूर्ति सिंह ग्राम थाना मनीसौर जिला वैशाली ने अपने फेसबुक अकाउंट में बेरोजगारों को रोजगार देने का आलोक देते हुए सुधा डेयरी का लोगो इस्तेमाल कर एक विज्ञापन लोड किया. इसमें बेरोजगार युवकों को रोजगार देने का दावा किया गया तथा इस क्रम में सिक्योरिटी मनी और अन्य प्रक्रिया के लिए फोन नंबर पर संपर्क करने के लिए कहा. जमालपुर थाना क्षेत्र के बड़ी दरियापुर निवासी अशोक कुमार सिंह के पुत्र प्रिंस कुमार सिंह ने जब उस विज्ञापन के आधार पर उससे संपर्क किया तो बताया गया कि सिक्योरिटी मनी के नाम पर 17,360 रुपये पहले जमा करना होगा. इसके बाद प्रिंस कुमार ने अलग-अलग किस्तों में पूरी राशि एक बैंक अकाउंट में जमा कर दिया. यह बैंक अकाउंट भी वैशाली जिला के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गुजरी बाजार वार्ड संख्या 16 निवासी हरिद्वार प्रसाद शुक्ल का पुत्र अरुण प्रसाद शुक्ल का था. इसके बाद पैसा देने के बावजूद प्रिंस कुमार को न तो रोजगार मिला और न ही उन्हें इस संबंध में कोई संतोषप्रद जानकारी दी जाने लगी. इसके बाद जब उसने सुधा डेयरी बरौनी से इस संबंध में बातचीत की तो उन्हें बताया गया कि इस प्रकार का कोई विज्ञापन नहीं निकाल गया है तथा यह विज्ञापन फर्जी है. इसके बाद प्रिंस कुमार ने रेल साइबर थाना जमालपुर में कांड संख्या 1/24 दर्ज करायी. डीएसपी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद यहां से सुधा डेयरी बरौनी तहकीकात के लिए अधिकारी को भेजा गया. जिस क्रम में यह पता चला कि यह विज्ञापन विशुद्ध रूप से ठगी करने के लिए निकाला गया है. इसके बाद इस घटना में शामिल वैशाली जिला के दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जमालपुर लाया गया. उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में इस अपराध में प्रयोग किये जाने वाले तीन मोबाइल भी जब्त किये गये हैं. जिसमें ढेर सारे साक्ष्य हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version