डंगरी आहर में नहाने के दौरान दो सहेली डूबी, एक की मौत, दूसरे का चल रहा इलाज

प्रखंड के अमारी गांव से एक किलोमीटर दूर बहियार स्थित डंगरी आहर में कर्मा-धर्मा पर्व को लेकर मंगलवार की सुबह दो छात्रा स्नान के लिए गयी थी. जहां स्नान करने के दौरान दोनों सहेलियां डूबने लगी. इसमें एक सहेली को तो ग्रामीणों ने बचा लिया, लेकिन दूसरी सहेली की डूबने से मौत हो गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 10, 2024 11:15 PM
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प्रतिनिधि, धरहरा. प्रखंड के अमारी गांव से एक किलोमीटर दूर बहियार स्थित डंगरी आहर में कर्मा-धर्मा पर्व को लेकर मंगलवार की सुबह दो छात्रा स्नान के लिए गयी थी. जहां स्नान करने के दौरान दोनों सहेलियां डूबने लगी. इसमें एक सहेली को तो ग्रामीणों ने बचा लिया, लेकिन दूसरी सहेली की डूबने से मौत हो गयी. मौत की सूचना मिलते ही कर्मा-धर्मा का उत्साह जहां मातम में बदल गया. वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. बताया जाता है कि अमारी गांव निवासी विजय कुमार गुप्ता की 15 वर्षीय पुत्री ईशा कुमारी पड़ोस की ही मुस्कान कुमारी के साथ मंगलवार की सुबह 6:30 बजे निकली. उसने घर में कहा कि कर्मा-धर्मा पर्व के नहाय खाय के लिए डंगरी आहर में नहाने जा रही है. दोनों गांव से करीब एक किलोमीटर दूर बहियार स्थित डंगरी आहर के पानी में स्नान करने उतरी. इसी दौरान दोनों गहरे पानी में चली गयी और डूब गयी. जिस पर अमारी सरधापुर मुसहरी के एक युवक की नजर पड़ी तो वह आहर में कूद पड़ा. उसने करीब 15 मिनट बाद दोनों को पानी से खोज कर बाहर निकाला. तब तक वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गयी. ग्रामीणों द्वारा मुस्कान के पेट को दबाने के बाद पेट से पानी बाहर आते ही मुस्कान होश में आ गयी. जबकि ईशा कुमारी के शरीर में कोई हलचल नहीं दिखा. जिसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से परिजनों ने ईशा कुमारी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धरहरा ले गया. जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया, जबकि मुस्कान कुमारी का इलाज गांव के ही एक निजी क्लिनिक में चल रहा है.

घर की एकलौती बेटी थी ईशा

विजय कुमार गुप्ता अपने ससुराल अमारी में ही बस गया है. जो दिल्ली में मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करता है. पत्नी निशा देवी अपनी इकलौती पुत्री ईशा कुमारी के साथ अमारी में रहती थी. ईशा गांंव के विद्यालय में कक्षा नवम में पढ़ती थी. मौत के बाद मां निशा देवी सहित पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. इधर कर्मा-धर्मा पर्व का उत्साह मातम में बदल गया. पूरा गांव ईशा की मौत से दुखी है. बताया गया कि सूचना पर जब पुलिस पहुंची तो परिजनों ने ईशा का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया.

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