हाइवे पेट्रोलिंग के लिए मिले अत्याधुनिक संसाधनों से लैस दो वाहन
हादसों पर लगेगी रोकने, घायलों को मिलेगी त्वरित मदद
मुंगेर. हाइवे पर होनेवाले हादसों को रोकने व हादसों में घायलों को त्वरित मदद पहुंचाने के लिए जिले को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस दो वाहन मिले हैं. यो वाहन फोरडी स्पीड रडार व कैमरे से लैस हैं. जो आटोमैटिक चालान निर्गत करेंगे. आपात स्थिति से निबटने के लिए वाहन में गैस कटिंग मशीन से लेकर अन्य संसाधन उपलब्ध हैं. कैमरे और रडार से लैस वाहन से हाइवे पर गश्ती होगी और नियमों का उल्लंघन करने पर इन वाहनों की मदद से ई-चालान भी काटा जायेगा.
हेमजापुर में एनएच-80 पर हुआ ट्रायल
ट्रैफिक डीएसपी प्रभात रंजन ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं से लैस हाइवे गश्ती वाहन जिले को मिल गया है. इसका नियंत्रण यातायात पुलिस के पास होगा. बुधवार को हेमजापुर के समीप एनएच-80 पर वाहन पर उपलब्ध गैस कटिंग मशीन, ट्रैफिक कोन, फोल्डेबल स्ट्रेचर, कैमरे और रडार का ट्रायल किया गया. दुर्घटना के बाद किस तरह से इन संसाधनों को इस्तेमाल होगा, इसकाे लेकर मॉड ड्रिल किया गया.
दो थानों क्षेत्रों में वाहनों से होगी पेट्रोलिंग
मुंगेर जिले से होकर तीन एनएच गुजरी है. हेमजापुर से लेकर घोरघट तक एनएच-80 है. जबकि तैलिया तालाब मोड़ से श्रीकृष्ण सेतु तक एनएच-333 बी गुजरी है. साथ ही बरियारपुर से लेकर गंगटा और संग्रामपुर से लेकर असरगंज तक एनएच-333 गुजरी है. जिस पर इन दोनों वाहनों से हाइवे गश्ती की जायेगी. हालांकि सर्वाधिक दुर्घटना एनएच-80 और एनएच-333बी पर हो रही है. इसके कारण एक वाहन एनएच-80 पर स्थित हेमजापुर के अंतर्गत काम करेगा. दूसरा वाहन एनएच-80 पर स्थित बरियारपुर थाना के अधीन काम करेगा. हेमजापुर के अधीन काम करने वाला हाइवे पेट्रोलिंग वाहन हेमजापुर से लेकर नौवागढ़ी एनएच-80 पर और तैलिया तालाब से लेकर श्रीकृष्ण सेतु तक एनएच-333 बी पर काम करेगा. जबकि बरियारपुर थाना के अधीन काम करने वाला वाहन तत्काल एनएच-333 पर पेट्रोलिंग करेगा.
आधुनिक सुविधा से लैस हैं वाहन
इन वाहनों में फोर डी स्पीड रडार और एविडेंस युक्त कैमरे लगे हैं, जो ओवरस्पीड गाड़ियों का स्वचालित रूप से चालान काटेंगी. वाहन में गैस कटिंग मशीन, ट्रैफिक कोण, फोल्डेड स्ट्रेचर सहितअन्य सुविधा मौजूद है. आपातकालीन स्थितियों में इनसे मदद मिलेगी. ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाली गाड़ियों पर भी इनसे नजर रखी जायेगी. यातायात का प्रबंधन बेहतर होगा. हाइवे पर जाम को हटाने और ट्रैफिक नियम का पालन करवाने में मदद मिलेगी. ओवरस्पीडिंग व ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रोकने से सड़क हादसे में कमी आ सकती है. दुर्घटना की स्थिति में पीड़ितों को तुरंत चिकित्सीय सहायता दिलाने में मदद मिलेगी.
B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है