Medical Negligence in Bihar: अवैध अस्पताल में इलाज के दौरान 16 वर्षीय किशोर की मौत, परिजनों का हंगामा, अस्पताल कर्मी फरार!

Medical Negligence in Bihar: श्री साईं इमरजेंसी एंड चाइल्ड केयर हॉस्पिटल में 16 वर्षीय किशोर की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया, लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर तोड़फोड़ की.

By Prabhat Khabar News Desk | August 14, 2024 10:08 PM

Medical Negligence in Bihar: एसडीओ आवास से महज 20 गज की दूरी पर बिना निबंधन के अवैध रूप से संचालित श्री साईं इमरजेंसी एंड चाइल्ड केयर हॉस्पिटल में मंगलवार को एक 16 वर्षीय किशोर की इलाज के दौरान मौत हो गयी. मौत से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में तोड़-फोड़ किया और अस्पताल परिसर में ही शव रखकर प्रदर्शन किया. वहीं अस्पतालकर्मी मौके से फरार हो गये. हरपुर थाना क्षेत्र के गनैली गांव निवासी मनोज सिंह के 16 वर्षीय पुत्र कृष कुमार को पेट में दर्द उठा और उसे इलाज के लिए मंगलवार को दिन के करीब 9 बजे श्री साईं इमरजेंसी एंड चाइल्ड केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां डाॅ संतोष कुमार सिंह ने उसका इलाज शुरू किया और दोपहर एक बजे कृष की मौत हो गयी. मौत के बाद आक्रोशित परिजनों व उसके रिश्तेदारों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया.

Medical Negligence in Bihar: अस्पताल कर्मी फरार

इस दौरान अस्पताल में मौजूद एसडीपीओ सिंधु शेखर सिंह, तारापुर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने परिजनों को संयम बनाये रखने की अपील की और कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया. इतने में उपस्थित लोग आक्रोशित हो गये और डाक्टर कक्ष की ओर बढ़ने लगे. तब पुलिस बलों ने परिजनों को रोकने का प्रयास किया. फिर भी परिजन नहीं माने और अस्पताल में रखे कुर्सी, बेड, दरवाजा में लगा शीशा को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस बीच अस्पतालकर्मी अस्पताल छोड़ कर फरार हो गये. इधर, मृतक के पिता मनोज सिंह ने बताया कि हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद डॉ संतोष कुमार ने कृष की स्वास्थ्य जांच कर इलाज प्रारंभ किया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. तब हमलोगों ने कहा कि रेफर कर दें, लेकिन चिकित्सक ने इलाज जारी रखते हुए कहा कि आधे घंटे में ठीक हो जायेगा और पैसा ऐंठते रहे. कृष ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. कृष उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय गनैली में दसवीं का छात्र था. कृष की मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.

Medical Negligence in Bihar: अवैध रूप से हॉस्पिटल संचालित होने का प्रमाण मिलने के बाद भी चल रहा था हॉस्पिटल

तारापुर. बता दें कि श्री साई इमरजेंसी एंड चाइल्ड केयर हॉस्पिटल के अवैध संचालन के मामले में विगत 24 जुलाई को सीएस ने चार सदस्यीय टीम का गठन कर जांच का निर्देश दिया था. 25 जुलाई को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डाॅ ध्रुव कुमार, तारापुर अनुमंडलीय अस्पताल की प्रभारी उपाधीक्षक डाॅ बिंदु कुमारी, डाॅ मदन कुमार पाठक ने अस्पताल की जांच की थी. जांच के दौरान यह पाया गया कि अस्पताल बिना निबंधन के ही संचालित हो रहा है. इस पर जांच टीम ने अस्पताल के चिकित्सक को इस्तेमाल किये जाने वाले पैड का इस्तेमाल नहीं करने का निर्देश दिया था. जांच रिपोर्ट में यह भी बात सामने आयी थी कि अस्पताल का न तो कोई निबंधन है और पैथोलॉजी व केमिस्ट का निबंधन कराया गया है. बावजूद खुलेआम मल्टीसिटी हॉस्पिटल के पेड का उपयोग किया जा रहा है, जबकि जांच में यह स्पष्ट किया गया कि यह हाॅस्पिटल अवैध रूप से संचालित हो रहा है. फिर भी हॉस्पिटल को सील नहीं किया गया. अगर स्वास्थ्य विभाग हॉस्पिटल के विरुद्ध कार्रवाई की होती तो आज 16 वर्षीय किशोर की मौत नहीं होती.

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