नौवागढ़ी में सेनिटाइजर के बदले कीटनाशक के छिड़काव पर उग्र हुए ग्रामीण, किया विरोध
नौवागढ़ी में सेनिटाइजर के बदले कीटनाशक के छिड़काव पर उग्र हुए ग्रामीण, किया विरोध आपदा राशि में पंचायत प्रतिनिधि जमकर कर रहे लूट फोटो संख्या : 1,2फोटो कैप्सन : विरोध करते ग्रामीण व कीटनाशक दवा. प्रतिनिधि4मुंगेर सदर प्रखंड के नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत में मुखिया द्वारा कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सैनिटाइजर के बदले कीटनाशक […]
नौवागढ़ी में सेनिटाइजर के बदले कीटनाशक के छिड़काव पर उग्र हुए ग्रामीण, किया विरोध आपदा राशि में पंचायत प्रतिनिधि जमकर कर रहे लूट फोटो संख्या : 1,2फोटो कैप्सन : विरोध करते ग्रामीण व कीटनाशक दवा. प्रतिनिधि4मुंगेर सदर प्रखंड के नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत में मुखिया द्वारा कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सैनिटाइजर के बदले कीटनाशक की दवा उत्तम 505 का पानी में मिलाकर छिड़काव किया जा रहा है. जिसका सोमवार को ग्रामीणों ने विरोध किया. ग्रामीणों ने सेनिटाइजर के बदले कीटनाशक के छिड़काव को रोकते हुए मुखिया पर बच्चों एवं मवेशियों के जान के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. साथ ही छिड़काव के नाम पर आपदा राशि में अनियमिता का भी आरोप लगाया है. नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत के वार्ड संख्या 15 नौवागढ़ी में सोमवार को छिड़काव करने वाले वाहन के साथ दो युवक नौवागढ़ी काली मंदिर के समीप पहुंचा. जब युवकों ने छिड़काव शुरू किया तो ग्रामीणों ने देखा कि सिर्फ पानी का छिड़काव हो रहा है. जिसके बाद ग्रामीणों ने युवकों को छिड़काव करने से मना कर दिया. वाहन से ग्रामीणों ने धान की फसल की कीटनाशक की दवाई उत्तम 505 बरामद की. जिस पानी से छिड़काव किया जा रहा था. उसमें भी यह कीटनाशक मिला हुआ था. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया और छिड़काव करने वाले को भगा दिया. विदित हो कि धान की फसल में पड़ने वाला कीटनाशक की दवाई उत्तम 505 जो की पूरी तरह से जहर है और उसमें स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि इससे बच्चे को दूर रखें. ग्रामीणों ने कहा कि अगर छिड़काव नहीं रोका जाता तो बच्चा या मवेशी दवा के संपर्क में आ जाते और कोई बड़ी घटना हो सकती थी. अगर छिड़काव ही करना है तो नियमानुसार सेनिटाइजर का प्रयोग किया जाए. ब्लिचिंग पाउंडर का छिड़काव किया जाय. कहती हैं मुखिया नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत की मुखिया विभा देवी ने बताया कि सैनिटाइजर मिल नहीं रहा है. ब्लिचिंग पाउंडर नहीं मिला तो दुकानदार से इस कीटनाशक का छिड़काव करने को कहा. जिसे पानी में मिलाकर छिड़काव किया जा रहा था. लेकिन ग्रामीणों ने छिड़काव रोक दिया. ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध हो गया है. अब कीटनाशक नहीं ब्लीचिंग पाउंडर के घोल का छिड़काव किया जा रहा है. ———————बॉक्स ———————गांवों को सेनिटाइज करने के नाम पर राशि का बंदर बांट मुंगेर. बिहार सरकार ने अपने आदेश में त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाएं को पंचम राज्य वित्त आयोग के अनुदान मद की राशि का उपयोग कोरोना महामारी के प्रबंधन के लिए करने का निर्देश दिया है. इस मद की राशि से प्रतिनिधियों एवं कर्मियों की सुरक्षा के लिए सैनिटाइजर, साबुन, मास्क, ग्लब्स आदि आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर खरीदकर करें. पंचायती राज विभाग ने कहा है कि ग्राम पंचायतें पंचायत स्तरीय आइसोलेशन कैंप में सभी सुविधाएं यानी मास्क, सैनेटाइजर, ग्लब्स, साबुन की व्यवस्था करेंगे. ग्राम पंचायत क्षेत्र में सामान्य स्वच्छता अधिष्ठापन यानि की ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव का काम करेंगे. लेकिन पंचायतों में आपदा के इस राशि में जमकर लूट मची हुई है. गांव-टोला को सैनिटाइजर करने के नाम पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. चुना का घोल, फसल में लगे कीड़ों को मारने वाले कीटनाशक का प्रयोग कर छिड़काव किया जा रहा है. जो सही नहीं है. नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत के लोग जागरूक थे और गलत व्यवस्था का विरोध किया. लेकिन 90 प्रतिशत पंचायतों में कोई विरोध नहीं कर रहा है और आपदा के नाम पर खानापूर्ति करते हुए रुपयों का बंदर बांट करने में लगे हैं.
वाहन से ग्रामीणों ने धान की फसल की कीटनाशक की दवाई उत्तम 505 बरामद की. जिस पानी से छिड़काव किया जा रहा था. उसमें भी यह कीटनाशक मिला हुआ था. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया और छिड़काव करने वाले को भगा दिया. विदित हो कि धान की फसल में पड़ने वाला कीटनाशक की दवाई उत्तम 505 जो की पूरी तरह से जहर है और उसमें स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि इससे बच्चे को दूर रखें. ग्रामीणों ने कहा कि अगर छिड़काव नहीं रोका जाता तो बच्चा या मवेशी दवा के संपर्क में आ जाते और कोई बड़ी घटना हो सकती थी.
अगर छिड़काव ही करना है तो नियमानुसार सेनिटाइजर का प्रयोग किया जाए. ब्लिचिंग पाउंडर का छिड़काव किया जाय. कहती हैं मुखिया नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत की मुखिया विभा देवी ने बताया कि सैनिटाइजर मिल नहीं रहा है. ब्लिचिंग पाउंडर नहीं मिला तो दुकानदार से इस कीटनाशक का छिड़काव करने को कहा. जिसे पानी में मिलाकर छिड़काव किया जा रहा था. लेकिन ग्रामीणों ने छिड़काव रोक दिया. ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध हो गया है. अब कीटनाशक नहीं ब्लीचिंग पाउंडर के घोल का छिड़काव किया जा रहा है.
गांवों को सेनिटाइज करने के नाम पर राशि का बंदर बांट मुंगेर. बिहार सरकार ने अपने आदेश में त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाएं को पंचम राज्य वित्त आयोग के अनुदान मद की राशि का उपयोग कोरोना महामारी के प्रबंधन के लिए करने का निर्देश दिया है. इस मद की राशि से प्रतिनिधियों एवं कर्मियों की सुरक्षा के लिए सैनिटाइजर, साबुन, मास्क, ग्लब्स आदि आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर खरीदकर करें. पंचायती राज विभाग ने कहा है कि ग्राम पंचायतें पंचायत स्तरीय आइसोलेशन कैंप में सभी सुविधाएं यानी मास्क, सैनेटाइजर, ग्लब्स, साबुन की व्यवस्था करेंगे.
ग्राम पंचायत क्षेत्र में सामान्य स्वच्छता अधिष्ठापन यानि की ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव का काम करेंगे. लेकिन पंचायतों में आपदा के इस राशि में जमकर लूट मची हुई है. गांव-टोला को सैनिटाइजर करने के नाम पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. चुना का घोल, फसल में लगे कीड़ों को मारने वाले कीटनाशक का प्रयोग कर छिड़काव किया जा रहा है. जो सही नहीं है. नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत के लोग जागरूक थे और गलत व्यवस्था का विरोध किया. लेकिन 90 प्रतिशत पंचायतों में कोई विरोध नहीं कर रहा है और आपदा के नाम पर खानापूर्ति करते हुए रुपयों का बंदर बांट करने में लगे हैं.