एपीएचसी में पानी की किल्लत, रोगियों को बोतल बंद पानी खरीद कर बुझानी पड़ रही प्यास
सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में अमैया पंचायत के बैजलपुर गाव में स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था इन दिनों बद से बदतर है.
बैजलपुर स्वास्थ्य केंद्र पर लगा पानी टंकी एवं आरओ बनी शोभा की वस्तु
असरगंज. सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में अमैया पंचायत के बैजलपुर गाव में स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था इन दिनों बद से बदतर है. यहां रोगियों व उसके परिजनों को बोतल बंद पानी खरीद कर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है. इतना ही नहीं ब्लड प्रेशर व ब्लड शुगर की जांच भी बैट्री के अभाव में नहीं हो पा रहा है.शनिवार को इलाज कराने आयी गर्भवती राखी कुमारी ने बताया कि कई दिनों से बीपी एवं शुगर जांच नहीं की जा रही है. एएनएम द्वारा बैट्री नहीं रहने की बात कह कर वापस लौटा दिया जाता है. वहीं 50 वर्षीय सुमित्रा देवी ने भी बताया कि दो महीने से अस्पताल में घुमाया जा रहा है. यहां सबसे बड़ी परेशानी पीने के पानी की है. एपीएचसी में पानी की टंकी एवं आरओ लगा हुआ है. लेकिन किसी काम का नहीं है. रोगियों को बोतल बंद पानी खरीद कर दवा खाना पड़ रहा है. यह स्थिति लगभग पिछले दो साल से है. बावजूद इस ओर स्वास्थ्य प्रबंधन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है. चापानल खराब रहने के कारण स्वास्थ्यकर्मी जरूरत के लिए पानी बाहर से बाल्टी में लेकर आते हैं और अपना काम करते हैं. सीएचओ अमृता सिन्हा ने बताया कि केंद्र पर पानी पीने व शौचालय की गंभीर समस्या है. स्वास्थ्यकर्मी भी बाहर से पानी लाकर किसी तरह अपना काम चला रहे हैं और शौचालय के लिए इधर-उधर जाना पड़ता है. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ निरंजन कुमार ने बताया कि लगभग दो वर्षों से पानी की समस्या बैजलपुर एपीएचसी में है. इसकी जानकारी पीएचइडी विभाग को दी गयी है. बावजूद कोई समाधान नहीं किया जा रहा है.
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