प्रतिनिधि, मुंगेर. यातायात थाना में तैनात एसआइ ददन प्रसाद सिंह की मौत इलाज के दौरान गुरुवार की देर रात एक निजी नर्सिंग होम में हो गयी. सूचना पर पहुंचे मृतक की पत्नी व पुत्र ने मुंगेर के यातायात डीएसपी प्रभात रंजन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया. इस पर एसपी सैयद इमरान मसूद ने मामले की जांच का आश्वासन परिजनों को दिया है. यातायात डीएसपी पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप. गुरुवार को जब दारोगा की तबीयत बिगड़ी तो पुलिस विभाग ने इसकी सूचना भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के चातर गांव में रह रहे उनके परिजनों को दी. जब इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी तो पुलिस जवानों ने इसकी सूचना देर रात ही उनके पुत्र को कॉल कर दे दिया. शुक्रवार की सुबह मृतक की पत्नी कल्याणी देवी, बड़ा पुत्र अंकुर प्रकाश मुंगेर पहुंचे. पुलिस लाइन में मृतक दारोगा की पत्नी कल्याणी देवी ने बताया कि ईद के दौरान 17 मिनट विलंब से ड्यूटी पर पहुंचने के कारण उनके पति के वेतन को रोक दिया गया था. दो माह से वेतन बंद रहने के कारण उनके पति तनाव में रहने लगे थे. इस कारण वे बीमार हुए और उनकी मौत हो गयी. मुझे पैसा नहीं चाहिए. दोषियों को सिर्फ सजा मिले. बड़े पुत्र अंकुर प्रकाश ने बताया कि ट्रैफिक डीएसपी ने उनके पिता के खिलाफ एसपी को रिपोर्ट की थी. इसके बाद उनका वेतन रोक दिया गया. इसे लेकर उनके पिता एसपी से भी मिले थे. इसके बाद एसपी सर ने उन्हें अराइवल रिपोर्ट भिजवाने को कहा था, लेकिन डीएसपी ट्रैफिक अराइवल रिपोर्ट नहीं भेज रहे थे. इस कारण उनके पिता अवसादग्रस्त हो गये थे. पुत्र ने बताया कि पिता का स्थानांतरण चुनाव से पूर्व मुंगेर हुआ था. वे शेखपुरा से मुंगेर आये थे. उनकी उम्र 59 वर्ष तीन माह थी. वे स्थानांतरण के समय च्वाइस पोस्टिंग के लिए आवेदन किये थे, लेकिन उन्हें च्वाइस पोस्टिंग नहीं दी गयी. 9 माह बाद वह सेवानिवृत्त होने वाले थे. एसपी ने कहा, परिजनों के आरोपों की होगी जांच. एसपी सैयद इमरान मसूद ने परिजनों की शिकायत सुनी और कहा कि इस दु:ख की घड़ी में मुंगेर पुलिस आपके साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि पुलिस फोर्स अनुशासित होती है. यहां नियम के अनुसार काम होता है. वैसे परिजनों ने जो आरोप लगाया है. उसकी जांच करायी जायेगी. उन्होंने बताया कि गुरुवार को ड्यूटी के बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हुई थी. उनके इलाज में कोई कमी नहीं की गयी, लेकिन इलाज के क्रम में उनकी मृत्यु हो गयी. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किस कारण से उनकी मृत्यु हुई है. पहले से भी उनकी तबीयत खराब थी, हो सकता है इसके कारण मृत्यु हुई हो. अभी कुछ बोलने का नहीं है समय : ट्रैफिक डीएसपी ट्रैफिक डीएसपी प्रभात रंजन ने बताया कि एसआइ ददन प्रसाद सिंह पुलिस का अंग थे. उनकी मौत से मैं खुद मर्माहत हूं. इस दुखद क्षण में अभी कुछ बोलने का समय नहीं है. वैसे आपको बता दें कि अनुशासित रहना पुलिस कर्मियों का मुख्य दायित्व है. पिछले दिनों दो सिपाहियों ने उनके द्वारा गाली-गलौज को लेकर लिखित शिकायत किया था. उसका वीडियो भी वायरल हुआ था. एसपी को भी रिपोर्ट की गयी थी. मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम दिवंगत दारोगा के शव का पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल टीम का गठन किया गया. इसमें डॉ रामप्रवेश, डॉ बीएन सिंह व डॉ प्रशांत शामिल थे. इनके द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम टीम में शामिल एक चिकित्सक ने बताया कि दारोगा के शरीर के अंगों को देखने से पता चला कि मरीज की मौत हीट स्ट्रोक तथा हार्ट अटैक से हुई है. इधर, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि ददन प्रसाद सिंह को हाई फीवर से ग्रसित अवस्था में यहां इलाज के लिए लाया गया था.
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