अपने ही घर में असुरक्षित है महिलाएं, जिन पर भरोसा वहीं छीन रहे जिंदगी

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दुनिया में होने वाली महिलाओं और लड़कियों की हत्या में से करीब 60 फीसदी मामलों में उनके परिजन या पार्टनर ही शामिल थे

By Prabhat Khabar News Desk | November 28, 2024 6:22 PM

– सिर्फ महिला थाना में पहुंच रहा हर साल 50 से अधिक महिला प्रताड़ना के मामला, थानों में दर्ज हो रही हत्या की प्राथमिकी

मुंगेर

अक्सर कहा जाता है कि घर इंसान के लिए सबसे सुरक्षित जगह होती है. लेकिन कौन कहता है कि महिलाओं का शोषण केवल घर के बाहर ही होता है. हर दिन सोशल मीडिया या अखबार के एक पन्ने पर खबर दिखाई पड़ जाती है, जहां किसी मासूम, मां और दादी के उम्र की महिलाओं का शोषण उनके रिश्तेदारों द्वारा किया जाता है. हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दुनिया में होने वाली महिलाओं और लड़कियों की हत्या में से करीब 60 फीसदी मामलों में उनके परिजन या पार्टनर ही शामिल थे. इससे रिपोर्ट से मुंगेर भी अछूता नहीं है. हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएं घटित हुई, जिसमें महिलाओं की जिंदगी वहीं छीन रहे है, जिस पर सबसे अधिक उनको भरोसा था.

केस स्टडी-1

19 अक्तूबर 2024- कासिम बाजार थाना क्षेत्र के लल्लूपोखर अड़गड़ा निवासी रौशन कुमार की 26 वर्षीय पत्नी प्रियंका कुमारी की शनिवार की रात मौत हो गयी. मृतका के मायके वालों ने कासिम बाजार थाना में आवेदन देकर ससुराल वालों पर दहेज को लेकर हत्या करने का आरोप लगाया है. मृतका के पिता भागलपुर जिले के कहलगांव थाना क्षेत्र के सकड़गढ़ टोला निवासी प्रमोद कुमार राम स्पष्ट कहा कि 11 मई 2023 में उसकी बेटी की शादी रौशन से हुई थी. शादी के कुछ महीने बाद से ही पति, सास, ससुर, भैसुर, गोतनी मिलकर दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगी. पांच लाख रुपये का डिमांड किया था. नहीं दिया तो उसकी हत्या कर दी गयी.

केस स्टडी-2

24 अक्तूबर 2024 – धरहरा प्रखंड की दशरथ बारीचक गांव में सरिता ने अपने मायके में न सिर्फ खुद जहर खा लिया, बल्कि एक बेटे को भी जहर खा लिया. उसके बाद परिजनों ने उसे धरहरा के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराया. दोनों की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने मुंगेर सदर अस्तपताल रेफर कर दिया. जहां देर रात महिला की मौत हो गई. मृतक महिला सरिता कुमारी की शादी छोटी दौलतपुर जमालपुर निवासी राजीव मिश्रा से हुई थी. राजीव मिश्रा पेशे से शिक्षक है. लेकिन सरिता उसके प्रताड़ना से तंग आकर अपने मायके में रहने लगी थी. लगातार तनाव में रहने के कारण उसने यह कदम उठाया.

केस स्टडी-3

23 नवंबर 2024- बरियारपुर थाना क्षेत्र के महदेवा हटिया के पीछे ईंट-भट्ठा के समीप एक 40 वर्षीय महिला की शव मिली थी. जिसकी ईंट से कूच कर हत्या कर दी गयी थी. महिला की पहचान पंचमुखी गली पड़िया धोबियाही टोला निवासी शंकर रजक की 40 वर्षीय पत्नी उमा देवी के रूप में हुई थी. वह घर की कमाऊ सदस्य थी. बावजूद उसकी हत्या कर दी गयी. आखिर उसकी हत्या किसने की और क्यों की अभी तक यह रहस्य ही बना हुआ है.

केस स्टडी-4

24 नवंबर 2024 – नयारामनगर थाना क्षेत्र के वारिश टोला नौवागढ़ी में रविवार की रात 28 वर्षीया विवाहिता संदना कुमारी की ससुराल वालों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी. इतना ही नहीं ससुरालवाले उसके शव के अंतिम संस्कार की तैयारी भी कर चुके थे. तभी मायकेवाले पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गये. पुलिस ने जहां शव को अपने कब्जे में ले लिया, वहीं मृतका के पति इंद्रदेव यादव को हिरासत में ले लिया. बाद में मृतका के भाई भागलपुर निवासी गौरव कुमार के बयान पर मामला थाना में दर्ज हुआ. जिसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिये गये पति को गिरफ्तारी दिखा कर जेल भेज दिया.

कहते हैं पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि दहेज उत्पीड़न, दहेज हत्या और घरेलू हिंसा की शिकायत मिलने पर पुलिस कार्रवाई करती है. लेकिन इस तरह के मामले को रोकने के लिए सर्वप्रथम घर से शुरूआत होनी चाहिए. इसके लिए समाजिक प्रयास की भी जरूरत है. उन्होंने महिलाओं से अपील किया कि अगर आप अपने घर में खुद का असुरक्षित महसूस कर रही है तो संबंधित थाना पहुंच कर शिकायत करें. वहां महिलाओं के लिए महिला हेल्प डेस्क बना हुआ है, जहां महिलाकर्मी ही रहती है. अगर वहां किसी कारण नहीं जा सकती है तो महिला थाना अथवा उनके पास अपनी शिकायत करें. पुलिस कार्रवाई करेंगी.

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हर साल सिर्फ महिला थाना पहुंच रहा 50 से अधिक शिकायत

मुंगेर . महिलाओं की परेशानियों को देखते हुए न सिर्फ जिले में महिला थाना खोला गया है. बल्कि सभी थानों में अलग से महिला हेल्प डेस्क बनाया गया है. जहां पीड़ित महिला बेधड़क होकर अपनी शिकायत कर सकती है. उनकी शिकायत में वहां तैनात पुलिस पदाधिकारी कार्रवाई करती है. कई मामलों में काउंसलिंग कर समझौता भी करा दिया जाता है. महिला थाना की बात करें तो हर साल 50 से अधिक शिकायत आ रही है. जिसमें अधिकांश मामला दहेज प्रताड़ना, पति-पत्नी के बीच विवाद और अन्य तरह की घरेलू हिंसा की होती है. वर्ष 2023 में महिला थाना में जहां 41 शिकायत प्राप्त हुआ, वहीं 2024 में अब तक 51 आवेदन आ चुका है. जिसमें कई मामलों का निष्पादन आपसी समझौता के अधार पर किया जा चुका है.

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