अजब मुंगेर में गजब खेल : जमीन का पता नहीं और शवदाह गृह का टेंडर कर कार्यादेश जारी

मुंगेर में 3.90 करोड़ की लागत से एक इलेक्ट्रिक यूनिट और दो लकड़ी शवदाह गृह का निर्माण होना है. लेकिन जमीन का मामला मुंगेर और बेगूसराय जिले के बीच फंसा है

By Anand Shekhar | June 13, 2024 5:55 AM

मुंगेर के लालदरवाजा श्मशान घाट में राज्य सरकार ने 3.90 करोड़ की लागत से शवदाह गृह निर्माण की योजना को स्वीकृति दी है. टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर कार्य एजेंसी को कार्यादेश भी जारी कर दिया गया. लेकिन हकीकत यह है कि इसके लिए अब तक जमीन का पता तक नहीं है. क्योंकि शवदाह गृह मुंगेर जिले में बनना है और जमीन बेगूसराय जिले की है. जिसके कारण जमीन की पेंच में अब शवदाह गृह बनाने की योजना बुडको के फाइलों में दम तोड़ रही है.

एक विद्युत व दो लकड़ी शवदाह गृह बनाने की है योजना

बिहार सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए जो बजट पेश किया था. जिसमें सात निश्चय योजना के तहत सभी जिला मुख्यालय में शवदाह गृह निर्माण के लिए बड़ी राशि का प्रावधान किया गया था. ताकि अंतिम संस्कार में लोगोंं को सहुलियत मिले. इसके लिए सरकार ने नगर विकास एवं आवास विकास को राशि आवंटित किया. जिसके तहत मुंगेर के लालदरवाजा श्मशान घाट में भी 3 करोड़ 90 लाख 96 हजार की लागत से शवदाह गृह निर्माण कराया जाना है. जो शवदाह गृह बनाना है उसमें एक यूनिट विद्युत चालित शवदाह गृह होगा.

जबकि एक जोड़ा लकड़ी वाला शवदाह गृह बनाया जाना है. उसी शवदाह गृह में वहां कार्यरत कर्मी के रहने की व्यवस्था होगी. बुडको से मिली जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत वहां पर सामुदायिक शौचालय, स्नानागार और अन्य सुविधा का भी विकास किया जाना है. लेकिन यह योजना आज पूरी तरह से अधर में लटक गई है.

जमीन की जांच-पड़ताल किये बुडको ने कार्यादेश किया जारी

लालदरवाजा श्मशान घाट में जमीन की जांच पड़ताल किये ही शवदाह गृह बनाने को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग ने डीपीआर तैयार कर उसकी प्रशासनिक स्वीकृति दे दी. जिसके बाद उसका टेंडर भी निकाला गया. जिसमें टेंडर भी खुला और एजेंसी का भी चयन कर लिया गया. इतना ही नहीं 2023 में ही बिहारशरीफ के चयनित एजेंसी पूजा कंट्रक्शन को कार्यादेश भी जारी कर दिया गया. लेकिन जब एजेंसी के प्रतिनिधि मुंगेर पहुंचे और जिस जमीन पर श्मशान घाट का निर्माण किया जाना था उस जमीन का एनओसी मांगा तो मामला अटक गया. क्योंकि जमीन मुंगेर जिला के अधीन ही नहीं थी.

मुंगेर व बेगूसराय जिले की जमीन के पेंच में फंसा मामला

मुंगेर के गंगा तट लालदरवाजा श्मशान घाट का मुहल्ला मुंगेर नगर निगम के अधीन आता है. लेकिन वहां की जमीन बेगूसराय जिले के साहेबपुरकमाल अंचल के अधीन है. जांच-पड़ताल के बाद जब यह मामला सामने आया तो बुडको ने नगर निगम को शवदाह गृह निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने को लेकर पत्राचार किया. निगम प्रशासन ने भी बेगूसराय जिला प्रशासन और साहेबपुर कमाल सीओ को एनओसी देने के लिए लिखा.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस जमीन का शवदाह गृह निर्माण के लिए एनओसी मांगा जा रहा है. उस जमीन का मामला कोर्ट में चल रहा है. हालांकि मामला कोर्ट में चले जाने के कारण अभी उस जमीन की खरीद-फरोख्त बंद है. जिसके कारण साहेबपुर कमाल अंचल के सीओ एनओसी देने में असमर्थता जता चुकी है.

कहते हैं नगर आयुक्त

नगर आयुक्त निखिल धनराज ने बताया कि बुडको द्वारा श्मशान घाट का निर्माण कराया जाना है.जिस जमीन पर इसका निर्माण होना है वह जमीन बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल अंचल में पड़ता है. निगम की ओर से जमीन के लिए बेगूसराय प्रशासन से लगातार पत्राचार किया जा रहा है. जब तक जमीन उपलब्ध नहीं होगी तब तक निर्माण संभव नहीं है.

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