बीत गया साल : न हुआ एडवांस सेटलमेंट, न ही वापस आया एप्पल का मोबाइल
मुंगेर विश्वविद्यालय एक ओर जहां प्रमोशन, अनुकंपा पर नियुक्ति सहित कई मामलों पर भले ही राजभवन से स्वीकृति न होने की बात कह पल्ला झाड़ रहा है.
मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय एक ओर जहां प्रमोशन, अनुकंपा पर नियुक्ति सहित कई मामलों पर भले ही राजभवन से स्वीकृति न होने की बात कह पल्ला झाड़ रहा है. जबकि पूरा साल बीत जाने के बावजूद विश्वविद्यालय द्वारा न तो लगभग 3.70 करोड़ रूपये का एडवांस सेटलमेंट किया गया और न ही विश्वविद्यालय से गायब एप्पल का एक मोबाइल वापस ला पाया. अब ऐसे में एमयू की कार्य प्रणाली खुद सवालों के घेरे में है.
3.70 करोड़ एडवांस का नहीं हो पाया समायोजन
एमयू के अधिकारियों, कर्मियों और कॉलेजों के पास साल 2018 से अबतक लगभग 3.70 करोड़ रूपये का एडवांस है. जिसका सेटलमेंट अबतक नहीं हो पाया है. जबकि इसके सेटलमेंट को लेकर न केवल जून 2024 में कैग टीम द्वारा आपत्ति जताते हुये एडवांस समायोजन करने को कहा गया था, बल्कि कैग द्वारा ऑडिट के बाद अपने रिर्पोट में इसे लेकर आपत्ति भी जताते हुये विश्वविद्यालय से जवाब मांगा गया था, लेकिन पूरा साल बीत जाने के बावजूद विश्वविद्यालय अबतक लगभग 3.70 करोड़ रूपये के एडवांस का सेटलमेंट नहीं कर पाया है.वापस नहीं आया एप्पल का मोबाइल
साल 2023 के सितंबर से अबतक एमयू में एप्पल के दो मोबाइल तथा एक लैपटॉप गायब होने की चर्चा सबसे अधिक रही. हालांकि बीते साल नाटकीय ढंग से एक एप्पल का मोबाइल और लैपटॉप तो विश्वविद्यालय वापस आ गया, लेकिन साल बीतने के बाद भी दूसरा एप्पल का मोबाइल अबतक वापस नहीं आ पाया है. हद तो यह है कि एमयू प्रशासन अबतक दूसरे एप्पल मोबाइल को न तो ढूंढ पाया है और न ही सरकारी संपत्ति गायब होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. अब ऐसे में जब साइबर क्राइम के मामले काफी अधिक हो रहे हैं. उस हालत में अपने गायब मोबाइल को लेकर विश्वविद्यालय की उदासीनता बड़े सवाल खड़े कर रही है.
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