योग जीवन का आधर और प्राण का है संचार : स्वामी संतोषानंद
योग गुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि योग जीवन का आधार है, प्राण का संचार है और सनातन का संस्कार है.
मुंगेर. योग गुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि योग जीवन का आधार है, प्राण का संचार है और सनातन का संस्कार है. निरोगी काया का संसार का सबसे बड़ा धन है. वे शनिवार को सदर प्रखंड के बाल्मिकी मैदान शीतलपुर में चल रहे सात दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर में को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हर बीमारी को योग और आयुर्वेद से ठीक किया जा रहा है. इसके माध्यम से बीमारी सिर्फ ठीक नहीं होता है, बल्कि जड़ से समाप्त हो जाता है. इस कारण लोगों में योग और आयुर्वेद के प्रति रुझान हाल के वर्षों में काफी बढ़ा है. उन्होंने कहा कि आज हम प्रकृति से दूर हो गये है. प्रकृति से दूर होकर हम आज कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे है. शुगर, सायटिका, कैंसर, अल्सर, बीपी, कमर दर्द, घुटना दर्द सहित अन्य रोग से जूझ रहे है. अगर आप बीमारी से बचना चाहते है तो आप प्रकृति से प्रेम बढ़ाये. पौधरोपण करें, पृथ्वी को हरा-भरा रखें. उन्होंने मैदान में योग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे लोगों से अपील किया कि वे सिर्फ योग अपने लिए नहीं सीखे, बल्कि अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी सिखाये. ताकि वे भी योग को अपना कर बीमारी को दूर भगा सके. उन्होंने योग के विभिन्न आसन और प्राणायाम लोगों को सिखाया.
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