प्रतिनिधि, असरगंज. प्रखंड की अमैया पंचायत के राजकीय उर्दू प्राथमिक विद्यालय गोरहो में बुनियादी सुविधा का घोर अभाव है. विद्यालय का भवन जर्जर है और दो कमरे में पांचवीं क्लास तक के नौनिहालों का भविष्य संवारा जा रहा है. लंबे समय से विद्यालय का रंगरोगन तक नहीं हुआ है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक भी विद्यालय की स्थिति सुधारने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे. जिसका खामियाजा विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. विद्यालय की दुर्दशा यह है कि विद्यालय का खिड़की व दरवाजा क्षतिग्रस्त है. चहारदिवारी, पेयजल व शौचालय का अभाव है. चहारदिवारी नहीं रहने के कारण विद्यालय का मैदान पशुओं का चारागाह बन गया है. शिक्षक के विरोध करने पर मवेशी पालक मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. शौचालय की स्थिति भी इतनी बदतर है कि उसका इस्तेमाल तक नहीं किया जाता है. शौचालय के अभाव में महिला शिक्षक व रसोईया को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. रसोईया ने बताया कि जर्जर शौचालय में सांप-बिच्छू का बसेरा है. जबकि नए शौचालय के निर्माण के लिए संवेदक द्वारा एक माह पूर्व गड्ढा खोदा गया. लेकिन उसे पूर्ण तक नहीं किया गया. इधर एक सप्ताह पूर्व विद्यालय परिसर से समरसेबल मोटर की चोरी कर ली गई. जिसके कारण छात्र-छात्राओं को पेयजल के अभाव में रसोइयों व बच्चों को घर से पानी लाकर पीना पड़ता है. अभिभावकों ने बताया कि प्रधानाध्यापक की उदासीनता के कारण विद्यालय का विकास कार्य अवरुद्ध है. इस संबंध में प्रधानाध्यापक राजा अहमद अंसारी ने बताया कि विद्यालय में 90 बच्चे नामांकित हैं. विद्यालय की दुर्दशा के बारे में बीइओ को रिपोर्ट किया गया है.
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