दो साल में भी लैब नहीं बैठा सका नगर निगम, भगवान भरोसे है भागलपुर में पानी की जांच
पूर्व में जलापूर्ति योजना को देखने वाली कंपनी द्वारा वाटर वर्क्स स्थित लैब में पानी की जांच की जाती थी, लेकिन वर्तमान में यह जांच नहीं की जा रही है.
भागलपुर. निगम की जलापूर्ति व्यवस्था भगवान भरोसे है. निगम के 51 वार्डों के लगभग 60 बोरिंग के पानी की जांच होनी चाहिए.
मात्र वाटर वर्क्स परिसर में होने वाले पानी की सप्लाइ के पहले पानी का एक बार ही सैंपल लिया जाता है. इसे जांच के लिए पीएचइडी के लैब में भेजा जाता है, जबकि नियमानुसार दो बार पानी की जांच होनी चाहिए.
पूर्व में जलापूर्ति योजना को देखने वाली कंपनी द्वारा वाटर वर्क्स स्थित लैब में पानी की जांच की जाती थी, लेकिन वर्तमान में यह जांच नहीं की जा रही है.
जब एजेंसी से जलापूर्ति व्यवस्था निगम ने ली थी, तो लैब वाटर वर्क्स परिसर में स्थापित करने की बात की गयी थी, लेकिन दो साल के बाद भी लैब की स्थापना नहीं हुई थी.
जलकल शाखा के सहायक जलकल अधीक्षक कृष्णा प्रसाद ने बताया कि निगम ने पीएचइडी को कई बार पत्र लिखा. पत्र में लैब स्थापित करने के लिये कई जानकारी मांगी गयी, लेकिन पत्र का जवाब अब तक नहीं मिला.
पिपली धाम घाट : पानी में आ रहा है झाग
पिपली धाम घाट के पास का पानी काफी मटमैला है. आलम है कि चैनल के पास पाइप से पानी मिट्टी के बने चैनल में गिर रहा है, पानी के साथ झाग भी आ रहा है.
Posted by Ashish Jha