पटना. बिहार स्थानिय निकाय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 27 अगस्त से बिहार के नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत मे होने वाले अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में पटना नगर निगम मुख्यालय पर कर्मियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन पटना नगर निगम संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति के बैनर तले किया गया. प्रदर्शन कह रहे संघ के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश सिंह ने कहा कि सरकार के तरफ से हड़ताल रोकने के लिये कोई भी पहल नहीं किया गया है. कल से हड़ताल शुरू हो जाएगा.
चन्द्रप्रकाश सिंह ने कहा कि कल से बिहार के नगर निगम, नगर परिषद ,नगर पंचायत के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. हड़ताल में सफाई कर्मचारी, कार्यालय में काम करने वाले कर्मी, जलापुर्ति शाखा के कर्मी सहित सभी कर्मी शामिल रहेंगे. वहीं, संघ के प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार ने कहा कि दैनिक मजदूरों का स्थायीकरण और 18000 -21000 न्यूनतम वेतन हमारी प्रमुख मांग है. सरकार अपने स्तर से वार्ता कर इन मांगो पर विचार कर हड़ताल समाप्ति की पहल करे, ताकी लोगों को हड़ताल से उतपन्न होने वाले समस्या से बचाया जा सके. बता दें कि दैनिक कर्मियों को स्थायी करने, आउटसोर्सिंग समाप्त करने और समान काम का समान वेतन सहित 11 सुत्री मांगो को लेकर निकाय कर्मी 27 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं.
वहीं, पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के नेताओं ने नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर से मिले. संघ के नेताओं ने नगर आयुक्त को पीएफ की गड़बड़ी में सुधार लाने, निजी एजेंसी के अधीन कार्यरत सफाई मजदूरों और चालकों को मनमाने ढंग से वेतन भुगतान पर आवश्यक कार्रवाई करने सहित कई समस्याओं को अवगत कराया. संघ के अध्यक्ष डॉ संजय बाल्मीकिने कहा कि 27 अगस्त से कुछ संगठनों का होने वाली हड़ताल में पटना नगर निगम कर्मचारियों की नहीं है और चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ इस हड़ताल में शामिल नहीं है.
संघ के नेताओं ने कहा कि कुछ लोग अनपढ़ एवं सीधे साधे सफाई मजदूरों को गुमराह कर जबरन काम बंद कराते हैं. वैसे लोगों पर कार्रवाई किया जाएगा दैनिक कर्मचारियों को स्थाई नियुक्ति करने हेतु सरकार के साथ बातचीत चल रही है. रविवार को माननीय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से बता होने की उम्मीद है.. सरकार की नई व्ययस्था के कारण कुछ विलंब हो सकता ह. इसलिए पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ पटना नगर निगम के सभी कर्मचारियों से अपील किया है कि किसी के बहकावे में न आवे. संघ के नेताओं ने कहा कि हड़ताल पटना नगर निगम कर्मचारियों के लिए नहीं है सभी दैनिक कर्मचारियों को पिछले माह ही प्रति माह 1300 सौ रुपए मजदुरी बढ़ाई गई है. स्थाई कर्मचारियों को सातवां वेतन पेंशन भुगतान किया जा रहा है. साथ ही सेवा निवृत्ति के बकाए राशि का भुगतान भी किया जा रहा है.
पटना नगर निगम के पदाधिकारियों द्वारा विशेष रूप से हड़ताल में सम्मिलित होने वाले कर्मियों पर नजर रखी जाएगी. नगर आयुक्त द्वारा सभी कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि वह किसी भी तरह की ऐसी हड़ताल का हिस्सा न बनें. अगर पटना नगर निगम के कर्मी इस हड़ताल में संलिप्त पाए जाते हैं तो उन्हें चिन्हित किया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. सफाई कार्य में बाधा पहुंचाने पर कार्रवाई होगी. गौरतलब है कि शहर में वर्तमान समय में डेंगू का प्रकोप फैला हुआ है. सफाई कर्मी भी तत्परता से शहर को स्वच्छ रखने में योगदान दे रहे हैं लेकिन हड़ताल के दौरान ऐसा देखा जाता है कि कार्य करने वाले कर्मियों को भी रोका जाता है एवं सफाई व्यवस्था बाधित की जाती है. सफाई व्यवस्था बाधित होने से आम जनों को असुविधा हो सकती है. इस तरह की किसी भी अनुशासनहीनता को पटना नगर निगम द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.