Bihar News: भागलपुर-अकबरनगर रेलखंड के छीट मकंदपुर हॉल्ट पर एक जून की देर रात ट्रेन से खींच कर मुंगेर जिले के जमालपुर केशोपुर के अनुज कुमार सिंह की हत्या चाकू से गोदकर की गयी थी. रेलवे ट्रैक के करीब ही क्षत-विक्षत हालत में शव बरामद किया गया था. सबौर स्थित अपने ससुराल से वह जमालपुर के लिए निकला था लेकिन उसका शव बरामद किया गया था. वहीं इस मामले का हैरान करने वाला खुलासा पुलिस ने किया है. अनुज कुमार सिंह की हत्या रेल यात्रियों से छिनतई की रकम में हिस्सा नहीं देने के कारण किया गया था. सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी गयी थी.
एक जून को भागलपुर-अकबरनगर रेलखंड के छीट मकंदपुर हॉल्ट पर जमालपुर निवासी अनुज कुमार सिंह का शव बरामद किया गया था. वह सबौर स्थित अपने ससुराल से जमालपुर के लिए निकला था और उसी दौरान ट्रेन से खींचकर उसे बाहर निकाला गया और चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी गयी थी. परिजनों ने बताया था कि अनुज पिकअप चलाता है लेकिन पुलिस खुलासे में अनुज कुमार अपराधी निकला और वो ट्रेन में यात्रियों से छिनतई करता था.
शनिवार को विधि व्यवस्था डीएसपी डॉ गौरव कुमार ने प्रेसवार्ता में इस हत्याकांड को लेकर तमाम जानकारी दी. उनहोंने बताया कि ट्रेन में डकैती व छिनतई करने वाले एक गैंग के अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था. युवक की हत्या कराने के लिए गैंग के मास्टरमाइंड दिनेश साह ने अपराधी पिन्टू राम से 50 हजार रुपये में सौदा किया था. इस घटना में शामिल गैंग के मास्टरमाइंड समेत नौ अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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विधि व्यवस्था डीएसपी ने बताया कि एक जून की रात अप हावड़ा- जयनगर ट्रेन से सबौर से जमालपुर जाने के लिए जमालपुर केशोपुर का लाल बिहारी सिंह के पुत्र अनुज कुमार सिंह (25) ट्रेन पर सवार था. नाथनगर-अकबरनगर स्टेशन के बीच छीट मकंदपुर हॉल्ट पर ट्रेन से खींचकर अनुज कुमार सिंह को स्टेशन के बगल में झाड़ी मे ले जाकर अपराधियों ने चाकू से गोद कर हत्या कर दी गयी थी. इस पूरे घटना का मास्टरमाइंड नाथनगर मसुदनपुर थाना क्षेत्र करेला चौक का दिलीप साह है. दिलीप साह कई वर्षों से ट्रेन में डकैती व छिनतई करने के लिए एक गैंग चलाता है.
मृतक अनुज कुमार सिंह कई वर्षों से छिनतई गिरोह में शामिल होकर ट्रेन में घटना को अंजाम देता था. हाल के दिनों में अनुज गिरोह से अलग होकर ट्रेन में छिनतई का धंधा शुरू किया था. अलग धंधा शुरू करने पर गिरोह के मास्टरमाइंड दिनेश साह ने उसे इस क्षेत्र में काम करने से मना किया था. मास्टरमाइंड ने अनुज कुमार सिंह को दूसरे रेल लाइन में धंधा करने का निर्देश दे कहा कि अलग धंधा करोगे तो 25 हजार रुपये हर माह रंगदारी देना होगा, लेकिन अनुज कुमार सिंह ने अपराधी मास्टरमाइंड की बात को दरकिनार कर छिनतई की घटना देने के लिए ट्रेन में लगातार धंधा करता रहा.
अनुज कुमार सिंह ने गिरोह के मास्टरमाइंड को रंगदारी देने से इनकार कर दिया था. मास्टरमाइंड ने गिरोह के एक अपराधी पिंटू राम को 50 हजार देकर अपराधी अनुज कुमार सिंह की हत्या कराने का निर्णय लिया. इसी सिलसिले में अपराधी अनुज कुमार सिंह की हत्या की गयी. घटना के दिन अनुज कुमार सिंह सबौर रेलवे स्टेशन पर अकेले हावड़ा जयनगर ट्रेन में सवार हुआ था. अन्य अपराधी भागलपुर व नाथनगर में ट्रेन में सवार हुए और उसे ढूंढ लिया. छीट मकंनदपुर हॉल्ट पहुंचते ही उसे ट्रेन से खींच कर झाड़ी में ले जाकर चाकू से गोदकर हत्या कर दी.
Published By: Thakur Shaktilochan