बिहार में अपराधी बेखौफ होकर पूर्व से चल रहे अदालती मुकदमों के गवाहों को टारगेट बना रहे हैं. हाल में ही अररिया जिले में एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. वहीं अब बेगूसराय में एक रिटायर शिक्षक को बदमाशों ने निशाना बनाया और गोली मारकर हत्या कर दी. वो अपने बेटे की हत्या के मामले में गवाह थे. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
बेगूसराय में अपराधियों ने एक रिटायर शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी. बछवारा क्षेत्र की ये घटना है. जहां फतेहा हॉल्ट के पास सेवानिवृत्त शिक्षक को गोली मार दी. मृतक की पहचान जवाहर चौधरी के रूप में की गयी है. बताया जा रहा है कि जवाहर चौधरी के बेटे की हत्या दो साल पहले कर दी गयी थी और उस हत्याकांड मामले में वो गवाह थे.
बता दें कि पिछले दिनों अररिया में एक गवाह को गोली मार दी गयी थी. बदमाशों ने पत्रकार विमल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह मामला जंगल में आग की तरह फैला और इसपर सियासत भी गरमायी थी. पुलिस ने एसआइटी का गठन किया और चार आरोपितों को गिरफ्तार किया. पुलिस जांच में ये बात सामने आयी कि हत्या पूर्व के हत्याकांड को लेकर किया गया. दरअसल, पत्रकार विमल यादव के भाई की हत्या बदमाशों ने कुछ साल पहले की थी. पत्रकार के भाई पूर्व सरपंच को खदेड़कर गोली मारी गयी थी. इस हत्याकांड के अन्य गवाह बाद में मुकर गए. लेकिन चश्मदीद गवाह पत्रकार विमल यादव मुकरने से इंकार कर गए थे.
ऐसा माना जा रहा है कि अंतिम गवाह को भी अपराधियों ने रास्ते से हटाने की साजिश रची और पत्रकार को घर से बाहर बुलाकर उसे गोली मार दी. वहीं अब बेगूसराय में रिटायर शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. शिक्षक अपने बेटे के मर्डर केस में गवाह थे. जब वो मॉर्निंग वॉक कर रहे थे तो घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया.