Muzaffarpur: बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित राम जानकी मठ की जमीन पर मुस्लिम धर्म के एक व्यक्ति पर अवैध कब्जा करने से बवाल मचा हुआ है. मंदिर की जमीन को कब्जे से मुक्त कराने के लिए साधु-संतों ने जिला प्रशासन को एक खत लिखा है. जिले के सकरा प्रखंड के जगदीशपुर बघनगरी गांव में मौजूद राम जानकी मठ की जमीन पर मुस्लिम परिवार ने कब्जा करने के साथ ही उस पर अपना घर भी बना लिया है. वहीं, इस पूरे मामले में मंदिर के पुजारी की भूमिका भी सामने आ रही है.
मंदिर के पास है मुस्लिम परिवार का जमीन
मुजफ्फरपुर के जगदीशपुर बघनगरी गांव में मौजूद राम जानकी मठ करीब 34 एकड़ में फैला हुआ है. इस मठ परिसर में दूर-दूर तक किसी का घर नहीं है. लेकिन मठ की जमीन पर एक कोने में मुस्लिम परिवार बसा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मठ की जमीन पर बना यह घर जहीर खान का है. वहीं, इस मामले को लेकर कुछ दिनों पहल गांव के मुखिया, सरपंच, संतों और कुछ गांव वालों की एक बैठक बुलाई गई थी. जिसके बाद उन्होंने जांच एजेंसियों को पत्र लिखने के साथ ही एसडीएम ईस्ट को भी आवेदन देकर मठ की जमीन खाली करवाने का आग्रह किया गया है
पुजारी पर लगा मदद का आरोप
पंचायत के मुखिया राजेश कुमार ने इस पूरे मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मठ की जमीन पर जहीर खान ने कब्जा मठ के महंत श्याम सुंदर दास के इशारे पर किया है. जानकारी के मुताबिक जहीर खान कुतुबपुर का रहने वाला है और उसके पास अपनी जमीन होने के बावजूद उसने राम जानकी मठ की जमीन पर अपना घर बनाया और इस काम में मंदिर के महंत ने उसकी मदद की है.
पुजारी का नजदीकी है जहीर
गांव के मुखिया राजेश कुमार ने आगे बताया कि जहीर खान महंत श्याम सुंदर दास का नजदीकी है. इस वजह से साल 1998 में पुजारी उन लोगों को मंदिर के नजदीक ले आए. इस मठ की जमीन पर किसी जाति या धर्म का घर नहीं है सिर्फ एक गैर धर्म के लोगों को वहां लाया गया है.