मुजफ्फरपुर में अब एएनएम भी स्मार्ट वर्किंग करेंगी. बताया जा रहा है कि सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों और ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने वाले सभी एएनएम अब ड्रेस में दिखेंगी. इसके अलावा आरोग्य सत्र पर काम करने वाली एएनएम को अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा बनाये गये माइक्रो प्लान के अनुसार काम करेंगी. जिले को 484 नयी एएनएम मिले हैं, इसके अलावा भी बहुतायत की संख्या में एएनएम जिले के विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में तैनात हैं. सिविल सर्जन डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने निर्देश जारी किया है. सप्ताह में दो दिन चलने वाले आरोग्य सत्र स्थल के समय निर्धारण का भी कड़ाई से अनुपालन किया जाना तय किया गया है. आरोग्य सत्र के लिए सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक का समय दिया गया है. ब्लॉक हेल्थ मैनेजर का उत्तरदायित्व होगा कि वह आरोग्य दिवस के दिन उचित उपस्कर ( स्टेथोस्कोप, यूरिन किट डीप स्टीक, हीमोग्लोबीनोमीटर, वेट मशीन ओटो चाइल्ड, मेजरिंग टेप और डॉप्लर) को उपलब्ध कराएंगे.
स्वास्थ्य उपलब्धि वाले पंचायतों पर रहेगी नजर
जिला कार्यक्रम प्रबंधक रेहान अशरफ ने कहा कि निम्न स्वास्थ्य सूचकांक वाले क्षेत्रों में बढ़ोतरी के लिए एमओआइसी, बीएचएम, बीसीएम पांच-पांच पंचायतों का चयन कर बेहतर उपलब्धि देना सुनिश्चित करेंगे. डीपीएम रेहान अशरफ ने कहा कि आरोग्य दिवस सत्रों पर कम से कम 50 लाभार्थियों को लाना अनिवार्य होगा. इसके लिए संबंधित स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी अपने आशा फैसिलिटेटर या आशा के माध्यम से इस संख्या को पूरा करेंगे. इसके अलावे आरोग्य केंद्र पर लक्षित लाभार्थियों में से प्रसव पूर्व जांच 12, प्रसव के बाद प्रसूता जांच 3, योग्य दंपति के 3 लाभार्थी, 10 किशोरियों में आयरन फॉलिक एसिड टैबलेट या एलवेंडाजोल का वितरण, संपूर्ण टीकाकरण के अंतर्गत 13 से 24 माह वाले 3 बच्चे, जन्म से लेकर नौ माह तक के तीन बच्चे और 10 लोगों को ओपीडी की सेवा देनी सुनिश्चित करेंगे.
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