Muzaffarpur में पंडालों को अंतिम रूप देने में जुटे कारीगर, आज होगा बेल निमंत्रण पूजा, कल खुलेगा पट

Muzaffarpur में कारीगर पंडालों को अंतिम रूप देने में जुटे गए हैं. शहर के पंडालों में नवरात्र के छठे दिन मां की बेल निमंत्रण पूजा होगी. साथ ही मां दुर्गा का पट खोलने के लिए माता काे निमंत्रण दिया जायेगा. नियम के अनुसार पुरोहित माता को आमंत्रण देंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2022 4:57 AM

Muzaffarpur में कारीगर पंडालों को अंतिम रूप देने में जुटे गए हैं. शहर के पंडालों में नवरात्र के छठे दिन मां की बेल निमंत्रण पूजा होगी. साथ ही मां दुर्गा का पट खोलने के लिए माता काे निमंत्रण दिया जायेगा. नियम के अनुसार पुरोहित माता को आमंत्रण देंगे. इसके बाद सप्तमी पर रविवार को पट खोला जायेगा. ज्योतिषाचार्य प्रभात मिश्रा ने कहा कि शनिवार की सुबह से ही सार्वजनिक पूजन स्थलों पर मां की पूजा शुरू हो जायेगी. शुक्रवार को मां के पांचवें दिन मां के स्कंदरूप की पूजा हुई. सुबह से माता मंदिरों में पूजा के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही. दुर्गा सप्तशती के पाठ के बीच भक्तों ने पूजा-उपासना की. यह सिलसिला दोपहर तक चला. शाम में माता मंदिर में दीप जलाने के लिए महिलाओं का तांता लगा रहा.

पंडालों में चल रहा मां का शृंगार

शहर के कई सार्वजनिक पूजा पंडालों को अंतिम रूप देने में कारीगर जुटे हुए थे. दुर्गा स्थान व हरिसभा सहित अन्य पूजन स्थलों पर माता का साज-शृंगार पूरा किया जा चुका है. पंचमी होने के कारण भक्तों की भीड़ के साथ मंदिरों में चहल-पहल बढ़ गयी थी. नवरात्र करने वाले लोगों ने मंदिरों में आकर मां दुर्गा के दर्शन किये. पंचमी तिथि पर कई घरों में दुर्गा पाठ भी शुरू किया गया.

आज हाेगी मां दुर्गा के छठे रूप कात्यायनी की पूजा

नवरात्र के छठे दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जायेगी. इस रूप की उपासना करने वाले को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष इन चार पुरुषार्थ चतुष्टय की प्राप्ति हो जाती है. मान्यता है कि मां दुर्गा ने कात्य गोत्र के महर्षि कात्यायन के यहां पुत्री रूप में जन्म लिया, इसलिए इनका नाम कात्यायनी पड़ा. इनका रंग स्वर्ण की भांति अत्यंत चमकीला है और इनकी चार भुजाएं हैं. दाईं ओर के ऊपर वाले हाथ अभय मुद्रा में हैं और नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में. बाईं ओर के ऊपर वाले हाथ में खड्ग है और नीचे वाले हाथ में कमल का फूल है. इनका वाहन भी सिंह है.

बांग्ला विधि से आज होगी मां की पूजा

बांग्ला विधि से आज मां की पूजा की जायेगी. हरिसभा स्कूल में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा की महिलाएं पूजा करेंगी. इस दिन उपवास व्रत रखेंगी और शाम में फलाहार करेंगी. मान्यता के अनुसार यह पूजा महिलाएं ही करती हैं. इसमें पुरुषों का प्रवेश नहीं होता. हरिसभा पूजा समिति के अध्यक्ष देवाशीष गुहा ने कहा कि षष्ठी तिथि पर मां की बेल निमंत्रण पूजा होगी और शाम में सांस्कृतिक आयोजनों की प्रस्तुति होगी.

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