शहर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की हत्या करने के बाद अपराधी जब अधिवक्ता के घर से बाहर निकले तो आशुतोष शाही के गार्ड ने उन्हें घेरना का प्रयास किया. लेकिन, अपने साथियों को बाहर खड़ा होकर कवर कर रहे उनके दो अपराधी साथी ने गार्ड पर पीछे से फायरिंग कर दी. जिससे वे जख्मी हो गए. फिर भी वे अपराधियों से हाथापाई करते रहे. इसके बाद दो गार्ड को बदमाशों ने सड़क पर घसीट कर गोली मार दी. वहीं, एक गार्ड को कैंपस में खींच कर गोली मार दी थी. जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.
डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय को एक बुजुर्ग ने बताया कि अपराधी चितकबरा पैंट पहने हुआ था. स्थानीय युवकों ने विरोध करना शुरू किया तो अपराधियों ने उनकों गोली मारने की धमकी दिया. अपराधी एक गार्ड की राइफल भी लूटकर ले गये.
डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय को स्थानीय एक बुजुर्ग ने बताया कि अपराधी चितकबरा पैंट पहने हुआ था. स्थानीय युवकों ने विरोध करना शुरू किया तो अपराधियों ने उनके गाली के शब्दों ने हथियार दिखाते हुए गोली मारने की धमकी दिया. बताया जाता है कि एक गार्ड का अपराधी राइफल भी लूटकर ले गये. वहीं, दूसरे गार्ड का राइफल व कारतूस कैंपस में भी फेंका हुआ था. जिसको अधिवक्ता के परिवार के लोगों ने सुरक्षित रख दिया. बाद में नगर डीएसपी के हवाले राइफल व कारतूस कर दिया गया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलावरों के साथ आशुतोष शाही के प्राइवेट गार्ड ने पहले गेट पर रोकना चाहा. लेकिन अपराधी जब अंदर जाने पर अड़ गए तो गार्ड उनसे पहले उलझ गये. प्रत्यक्षदर्शी युवक ने बताया कि बड़ी गाड़ी से डॉलर मामू से मिलने के लिए आये आशुतोष शाही के गार्ड गेट पर ही खड़े थे. दो बाइक से आये हमलावर हेलमेट लगाये हुए थे, जिसके कारण उनका चेहरा नहीं दिखा. हमलावरों के साथ गार्ड उलझ गये और रोकने की कोशिश करने लगे. इसी नोकझोक में किसी का जूता भी खुलकर निकल गया, जो देर तक घर के सामने ही पड़ा रहा. इस बीच जब हमलावरों ने एक गार्ड को गेट के सामने ही गोली मार दी, तो दूसरा गार्ड जान बचाने के लिए अंदर की तरफ भागा. हमलावर उस पर फायरिंग करते हुए अंदर घुस गये. युवक ने बताया कि उसने एक गाड़ी के नंबर प्लेट को पढ़ने की कोशिश की, तब तक हमलावर निकल गये. दो-तीन अंक मुश्किल से पढ़ सका.
अधिवक्ता सैयद कासिम हुसैन उर्फ डॉलर के घर के सामने खड़े गार्ड को गोली मारने के बाद बदमाश अंदर गये, तो आस-पास के घरों से पुरुष व महिलाएं गोली की आवाज और शोरगुल सुनकर खिड़की बंद कर छत पर आ गए थे. बदमाशों का दुस्साहस देखकर किसी की हिम्मत बाहर निकलने की नहीं हुई. इस बीच जब घर के अंदर से भी गोली की आवाज आयी, तो लोगों को लगा कि सैयद कासिम हुसैन पर ही हमला हुआ है. हालांकि, घटना के बाद आस-पास के लोग कुछ भी बताने से बचते रहे. सैकड़ों की भीड़ जुटी थी, लेकिन सबके-सब मूकदर्शक बने हुए थे. हालांकि पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने बताया कि जब वह बाहर निकलने को हुआ, तो पत्नी और बच्चों ने उसे रोक लिया. वह खिड़की से ही बाहर का नजारा देख रहा था.
कोट:: प्रॉपर्टी डीलर व उनके गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. अधिवक्ता और दो गार्ड जख्मी हैं. चार अपराधियों की संलिप्तता की बात सामने आयी है. अभी तक की जांच में पिस्टल से ही गोली चलने की बात सामने आयी है. प्रॉपर्टी डीलिंग का विवाद सामने आ रहा है. घटनास्थल पर पुलिस कैंप कर रही है. अपराधियों के संभावित ठिकाने पर छापेमारी जारी है.
राकेश कुमार, एसएसपी
आशुतोष शाही को गोली से भुनने की सूचना पर शहर के एक दर्जन बड़े जमीन कारोबारी और नामचीन जनप्रतिनिध बैरिया स्थित मां जानकी अस्पताल उनका हाल चाल जानने पहुंचे. जब जानकारी हुई कि उनकी मौत मौके वारदात पर हो गयी है और शव को सीधे एसकेएमसीएच भेज दिया गया है. इसके बाद वे लोग भी एसकेएमसीएच के लिए निकले. पार्षद संजय केजरीवाल, भाजपा नेता हरिमोहन चौधरी, केशव चौबे, शेरु खान आदि जनप्रतिनिधि विधि व्यवस्था को दुरूस्त करने में जुटें रहें. दूसरी ओर आइसीयू में डॉ. गौरव वर्मा गंभीर और जख्मी मरीजों की हालतों के पल पल की बुलेटिन देते रहें. एक समय ऐसा हुआ कि मां जानकी के आइसीयू में अत्यधिक भीड़ जुट गयी. लोगों में आक्रोश था. लेकिन, डॉ गौरव वर्मा और संजय केजरीवाल के एक आग्रह पर लोग आइसीयू से बाहर निकल गये. देर रात तक लोगों का पटना, कटरा और शहरी क्षेत्र से बैरिया स्थित मां जानकी अस्पताल आते रहें.