मानसून पूर्व नाला उड़ाही को लेकर नगर निगम प्रशासन की ओर से किया गया दावा झूठा साबित हुआ है. शनिवार की देर रात हुई बारिश के बाद शहर के एक दर्जन इलाकों में घरों से लेकर किचेन तक पानी पहुंच गया. हालात यह हो गया कि सुबह जब लोग उठे तो दैनिक आवश्यकता से जुड़े दूध और सब्जी के लिए भी घर से बाहर नहीं निकल सके. आमगोला, मिठनपुरा, सादपुरा, ब्रह्मपुरा, बीबीगंज, जेल रोड, बेला का इलाका सबसे अधिक जलजमाव से प्रभावित है. घरों में पानी घुसने से लोग आधी रात के बाद से ही जगे हुए थे. स्थानीय लोगों के अनुसार मोहल्ले से जुड़े छोटे नालों की उड़ाही में लापरवाही बरती गयी है. बेला निवासी अरुण कुमार ने बताया कि मेन नाला से जुड़े ब्रांच नालों की कभी सफाई नहीं होती है. इस कारण मोहल्ले के घरों में पानी घुसता है. बताया कि नाला उड़ाही पर हर साल करोड़ों खर्च का दावा किया जाता है. लेकिन सफाई व्यवस्था की कभी सख्ती के साथ मॉनिटरिंग नहीं होती है. मामले में अधिकारी कुछ कहने को तैयार नहीं हैं.
इस वर्ष नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से नाला उड़ाही को लेकर पहले से गाइडलाइन जारी की गयी थी. इसमें बरसात के बाद चार घंटे के भीतर हर हाल में पानी निकासी का निर्देश दिया गया था. इसके लिए पंप लगाने से लेकर पर्याप्त संसाधन के लिए राशि भी उपलब्ध करायी गयी. उसके बावजूद विभाग की ओर से जारी टाइम लाइन पर निगम प्रशासन कभी खड़ा नहीं उतर सका.
निगम प्रशासन के इंजीनियरों की अव्यवस्था के कारण दामुचक में पुलिया निर्माण के बाद भी पानी का बहाव रुका हुआ है. यहां दामुचक से मझौलिया रोड के बीच में फरदो नहर पर हाल में पुलिया निर्माण के समय पानी रोकने के लिए मिट्टी भरी बोरियां और स्क्रैप डाला गया था. निर्माण भी पूरा हो गया, लेकिन मिट्टी भी बोरियां और स्क्रैप से मेन नाला अब भी जाम है. इस वजह से शहर के मुख्य बाजार से लेकर एक बड़े हिस्से का बहाव रुक गया है.
शहर के वीसी लेन, मदनानी गली, हाजी कॉलोनी, बेला बड़ चौक, सादपुरा, पोखरिया पीर इलाका, बटलर रोड, रामदयालु नगर, आमगोला, कलमगबा रोड से अघोरिया बाजार मेन रोड, शारदा नगर मुख्य सड़क, बीबीगंज, ब्रह्मपुरा, संजय सिनेमा रोड, राहुल नगर, ओम नगर, शांति बिहार, शंकर नगर, झिटकहिंया, कालीबाड़ी रोड, कृष्णापुरी में जलजमाव के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल है.