मुजफ्फरपुर में आठवीं कक्षा तक के बच्चों को 15 अप्रैल तक मिलेगी नयी किताब, इस पैसे की जगह की गयी ये व्यवस्था
मुजफ्फरपुर में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से आठवीं तक के बच्चों को नि:शुल्क किताबें 10 से 15 अप्रैल के बीच वितरित की जायेगी. शैक्षणिक सत्र 2023- 24 की शुरुआत एक अप्रैल से होगी. पहले पखवारे में ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने के लिए विभाग की ओर से कवायद तेज कर दी गयी है.
मुजफ्फरपुर में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से आठवीं तक के बच्चों को नि:शुल्क किताबें 10 से 15 अप्रैल के बीच वितरित की जायेगी. शैक्षणिक सत्र 2023- 24 की शुरुआत एक अप्रैल से होगी. पहले पखवारे में ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने के लिए विभाग की ओर से कवायद तेज कर दी गयी है. वर्ग, भाषा और छात्र-छात्राओं के आधार पर किताबों का सेट तैयार करके बीआरसी के जरिये स्कूलों में पहुंचाया जायेगा. बिहार स्टेट टेक्स्ट बुक पब्लिशिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के अपर मुख्य सचिव सह अध्यक्ष ने डीइओ को पत्र भेजकर किताब वितरण के संबंध में जानकारी दी है.
पत्र में कहा गया है कि मुद्रकों की ओर से पहली से आठवीं तक के बच्चों के लिए हिंदी, उर्दू और मिश्रित किताबों का सेट बीआरसी को दिया जायेगा. फरवरी के दूसरे सप्ताह में जिलों में पुस्तकों की आपूर्ति शुरू हो जायेगी. किताबों का सेट तीन से आठ अप्रैल के बीच सीआरसी भवन या विद्यालय स्तर पर भेजा जायेगा. सभी जिलों में किताब वितरण के लिए डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान को नोडल बनाया गया है. पुस्तकों की संख्या अधिक होने के कारण बीआरसी के तहत आने वाले हाइस्कूल या प्लस टू विद्यालय में भंडारण की व्यवस्था करने को कहा गया है. साथ ही बीआरसी के अतिरिक्त उच्च विद्यालय व मध्य विद्यालय में जहां जगह पर्याप्त हो, वहां किताबों को सुरक्षित रखना है.
बता दें कि पूर्व में डीबीटी के माध्यम से छात्र-छात्राओं के खाते में पुस्तकों की राशि भेजी जाती थी. इस प्रक्रिया में शैक्षणिक सत्र आधा बीतने के बाद विभाग की ओर से पुस्तक मेला लगाया जाता था, जिससे सभी बच्चों को नयी किताबें नहीं मिल पाती थी. वहीं कई प्रकाशकों की किताबें नहीं बिकती थीं. वर्तमान सत्र में करीब डेढ़ लाख बच्चों को ही नयी किताब मिल सकी थी. इस बार योजना में बदलाव करके सीधे बच्चों को नयी किताब देने की व्यवस्था की गयी है.