मुजफ्फरपुर के शहवाजपुर मठ से (Muzzafarpur crime) आगे कब्रिस्तान के पास गड्ढे में एक युवक का शव मिला. मृतक की पहचान शेरना निवासी मो. जलील के 40 वर्षीय पुत्र मो मोजिम के रूप में हुई. शव मिलने की सूचना पर घटनास्थल पर सैकड़ों लोग जमा हो गये. मौके पर मौजूद 112 नंबर की गाड़ी में तोड़फोड़ शुरू कर दी. गाड़ी चालक ने जब मना किया तब लोगों ने उसकी भी जमकर पिटाई कर दी.
घटना के बारे में परिजनों ने बताया कि बुधवार को मो. मोजिम, उसका भाई मो नजीम और मो जफरूल एक ही बाइक से बरात के लिए निकले थे. शेरना निवासी रसूल मियां की बारात झपहां जाने वाली थी. मानिकपुर चौक के पास कांटी पुलिस गश्त कर रही थी. पुलिस ने तीनों को रोका और शहवाजपुर की तरफ ले गये. परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने नजीम और जफरूल को पैसा लेकर छोड़ दी. जबकि मोजीम के पास पैसा नहीं होने के कारण उसे अपने साथ ले जाने की बात कहने लगी. इसी बात पर वह भागने के दौराना पानी से भरे गहरे गड्ढे में गिर गया.
इधर, मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर कांटी थाने से दारोगा शंकर यादव, मनोज कुमार, मुन्नू प्रसाद सिंह, आफताब खान के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंची. पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित लोग चेकिंग करने वाले पुलिस वालों को बुलाने की मांग कर रहे थे. इसी बीच पुलिस गड्ढे से शव निकालना चाह रही थी, तब तक लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया.
हंगामा करने वाले लोगों की खोजबीन कर पुलिस ने जब डंडे बरसाए. तब मृतक की तरफ से आए लोगों में भगदड़ मच गई. परिजन को छोड़ ज्यादातर लोग मौके से फरार हो गये. उसके बाद मामला शांत होने पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.