मुजफ्फपुर में अपराधी बेलगाम, प्रॉपर्टी डीलर से मांगी 50 लाख की रंगदारी, प्राथमिकी दर्ज
मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा के नंद बिहार कॉलोनी निवासी प्रॉपर्टी डीलर विजेंद्र कुमार से अपराधियों ने 50 लाख रूपये की रंगदारी मांगी है. इस मामले ने उन्होंने ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी. मामले में मंटू शर्मा, गोविंद, ओंकार समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है.
मिठनपुरा के नंद बिहार कॉलोनी निवासी प्रॉपर्टी डीलर विजेंद्र कुमार उर्फ विक्कू से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इसमें शातिर मंटू शर्मा, समीर हत्याकांड के आरोपित शूटर गोविंद शर्मा, ओंकार सिंह, बाबूल चौधरी समेत अन्य अज्ञात को आरोपित किया है. केस के आइओ पीएसआइ राजबल्लभ कुमार को बनाया गया है. मिठनपुरा पुलिस दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामले की छानबीन में जुट गयी है.
दहशत में है प्रॉपर्टी डीलर का परिवार
50 लाख की रंगदारी मांगे जाने और हत्या की धमकी मिलने से प्रॉपर्टी डीलर का पूरा परिवार दहशत में है. उन्होंने नगर डीएसपी राम नरेश पासवान से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की है. प्रॉपर्टी डीलर का कहना है कि जल्द ही एसएसपी जयंतकांत से मुलाकात कर जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाएंगे. मिठनपुरा थानेदार श्रीकांत सिन्हा ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. जिस फोन नंबर का इस्तेमाल रंगदारी मांगने में किया गया है, उसका सीडीआर व कैफ निकालने के लिए सर्विलांस टीम को भेज दिया गया है.
वीपीएन नंबर से कॉल कर मांग रहे रंगदारी
दर्ज प्राथमिकी में प्रॉपर्टी डीलर ने विजेंद्र कुमार उर्फ विक्कू ने बताया है कि वे जमीन खरीद-बिक्री का काम करते हैं. बेला के इमली चौक पर 30 कट्ठा जमीन पर मिट्टी भराई और सड़क निर्माण का काम चल रहा है. उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आया. वीपीएन नंबर से आये कॉल को जब वे उठाये, तो उधर से बोला गया कि मैं गोविंद बोल रहा हूं. बेला, मिठनपुरा मेरा इलाका है. इस क्षेत्र में जमीन का काम करोगे, तो 50 लाख रुपये रंगदारी देना होगा. नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा. इस बीच 17 जुलाई उनके प्लॉट पर ओंकार सिंह, गोविंद शर्मा और बाबुल चौधरी पांच-छह अज्ञात लोगों के साथ हथियार से लैस होकर आये और मजदूरों को मारपीट कर काम बंद करा दिया.
गुरुवार की शाम चार बार दी धमकी
जाते-जाते अपराधियों ने कर्मचारी को धमकी दी कि 15 दिनों के अंदर 50 लाख रुपये नहीं पहुंचाया, तो जान से हाथ धोना पड़ेगा. इसके बाद उन्होंने काम बंद करवा दिया. 12 अगस्त को भी तीन बार कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया. फिर, 18 अगस्त को चार बार कॉल आया. कॉल रिसीव करते ही कहा गया कि मैं गोविंद शर्मा बोल रहा हूं. पैसे की चर्चा करते हुए कॉल पर मंटू शर्मा को जोड़ लिया. मंटू शर्मा ने तरह-तरह की धमकी देते हुए 50 लाख रुपये रंगदारी की मांग की. पैसे नहीं देने पर पूर्व मेयर समीर कुमार से भी बुरा हाल करने की धमकी दी थी.