खुशखबरी! मुजफ्फरपुर के सरकारी अस्पतालों की बढेगी सुविधा, मिलेगी इंट्रीग्रेटेड लैब सहित कई सहुलियत

मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच व सदर अस्पताल में इंट्रीग्रेटेड डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लैब व हेल्थ सेंटर का निर्माण किया जाएगा. 20-20 करोड़ की लागत से इस सेंटर का निर्माण होगा. हेल्थ सेंटर 100 बेड का होगा.प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत की पहल पर आज पटना से आयी टीम ने स्थल का निरीक्षण किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2022 8:08 AM

मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच व सदर अस्पताल में इंट्रीग्रेटेड डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लैब व हेल्थ सेंटर का निर्माण किया जाएगा. 20-20 करोड़ की लागत से इस सेंटर का निर्माण होगा. हेल्थ सेंटर 100 बेड का होगा.प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत की पहल पर आज पटना से आयी टीम ने स्थल का निरीक्षण किया. सदर अस्पताल में इंट्रीग्रेटेड डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ सेंटर और श्री कृष्ण मेडिकल कालेज एवं अस्पताल परिसर में इंट्रीग्रेटेड डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लैब की स्थापना होगी.

स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करने वाली संस्था जपाईगो के राज्य प्रभारी डा.अश्विनी कुमार, वरीय कार्यक्रम पदाधिकारी राजराम पाण्डेय एम्स टीम के साथ सिविल सर्जन के साथ बैठक कर योजना पर चर्चा की. सिविल सर्जन डा. यूसी शर्मा ने बताया कि प्रधान सचिव व कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने जिलाधिकारी प्रणव कुमार के साथ सदर अस्पताल का निरीक्षण किया था. उसके बाद पुराने महिला वार्ड को तोड़ने का आदेश दिया था. उसी जगह पर जपाईगो के सहयोग से इंट्रीग्रेटेड सेंटर का निर्माण किया जायेगा.

मरीजों को यह ही जगह पर सभी जांच की सुविधा

सीएस ने कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए और सरकारी अस्पतालों के बाहर बढ़ती प्राइवेट पैथोलॉजी की कमाई और संख्या पर लगाम लगाने के लिए इंट्रीग्रेटेड डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ लैब खोला जाएगा. इस लैब में एक जगह पर सभी प्रकार की जांच की सुविधा होगी. प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत इस लैब का संचालन कराया जाएगा. ओपीडी के पास ही लैब की स्थापना की जाएगी ताकि मरीजों को ज्यादा भटकना न पड़े. बताया कि इस प्रयोगशाला में सभी प्रोग्राम के लैब टेक्नीशियन एक ही जगह काम करेंगे. यह शुरू होने के बाद टीबी, मलेरिया, एड्स समेत अन्य बीमारी की पैथोलाजी जांच के बाहर नहीं जाना पडेगा. इसके लिए पांच हजार वर्ग फुट जगह की जरूरत होगी.

लैब में 90 प्रकार की जांच होगी

इस प्रयोगशाला में 90 प्रकार की जांच होगी. जांच के लिए इसमें 11 लैब टेक्नीशियन, एक माइक्रो बायोलॉजिस्ट, एक बायोकेमिस्ट के साथ पैथोलाजिस्ट की नियुक्ति की जाएगी. बीएसएल-टू मानक की लैब में डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रबटाइफस, मलेरिया, एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम,कालाजार, डायरिया, टीबी समेत सभी संचारी रोगों से जुड़ी जरूरी जांच के साथ कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, गुर्दा, मोतियाबिंद, अल्जाइमर समेत अन्य सभी गैर संचारी रोगों के मरीजों की होने वाली महत्वपूर्ण जांच इस सेंटर पर हो पायेगा.

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