मुजफ्फरपुर. झारखंड के अलग होने के बाद बिहार के बारे में कहा जाता था कि यहां अब सिर्फ बालू बच गया है. लेकिन, अब ऐसा नहीं है. राज्य में बड़े पैमाने पर उद्योग लग रहे हैं. दूसरे राज्यों से बड़े उद्योगपति यहां आ रहे हैं. मुजफ्फरपुर के बेला औद्योगिक क्षेत्र टेक्सटाइल हब की ओर से तेजी से आगे बढ़ रहा है. एक ओर जहां दूसरे राज्यों की बड़ी कंपनियां लगातार यूनिट लगाने के लिये औद्योगिक क्षेत्र का भ्रमण कर रही हैं,वहीं दूसरी ओर पहले से संचालित टेक्सटाइल कंपनी जगह विस्तार के लिये प्रस्ताव आगे बढ़ा रही हैं. मुजफ्फरपुर औद्योगिक क्षेत्र सूबे में मॉडल के रूप में सामने आया है. यही वजह है कि पटना में भी बाहर से आने वाले निवेशकों को मुजफ्फरपुर में बैग और टेक्सटाइल क्लस्टर का भ्रमण कराया जाता है.
लुधियाना की कंपनी करना चाहती है निवेश
बियाडा के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लुधियाना की एक ब्रांडेड टेक्सटाइल कंपनी, यहां उद्योग स्थापित करने के लिये पटना से लेकर मुजफ्फरपुर के पदाधिकारियों से संपर्क किया है. जानकारी के अनुसार कंपनी की एक टीम बीते दिनों बियाडा औद्योगिक क्षेत्र का जायजा भी ली है. यह कंपनी महिला और पुरुष दोनों तरह के परिधान को तैयार करती है. कंपनी के अधिकारियों ने इस मामले में जल्द ही सफल परिणाम आने की उम्मीद जतायी जा रही है.
गुजरात की कंपनी भी कर चुकी है आवेदन
इसी प्बीरकार ते सप्ताह गुजरात की एक टेक्सटाइल कंपनी के साथ बियाडा की सारी कागजी प्रक्रिया पूरी हुई है. यह कंपनी बड़ा प्रोजेक्ट लगाने जा रही है. यूनिट लगाने के लिये बियाडा की ओर से कंपनी को 25 एकड़ भूमि आवंटित की जा रही है. इससे रोजगार की संभावनाएं भी तेजी से बढ़ी हैं. कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार में निवेश का माहौल बना है. यहां कुशल मजदूर की उपलब्धता काफी है और बाजार भी ठीक ठाक है.
आधा दर्जन शेड विस्तार के रुप में होगा आवंटित
बियाडा औद्योगिक क्षेत्र में पहले से दस यूनिट टेक्सटाइल से जुड़ी संचालित है. इसमें एक महिला परिधान बनाने वाली कंपनी के उत्पादन का ग्राफ काफी बेहतर ढंग से आगे बढ़ रहा है. कम दिनों में सौ फीसदी क्षमता का उपयोग करते हुए अच्छे काम पर उद्योग विभाग की ओर से भी कंपनी की तारीफ की गयी है. गारमेंट से जुड़ी दो कंपनियों ने आधा दर्जन शेड उपलब्ध कराने के लिये उद्योग विभाग को प्रस्ताव आगे बढ़ाया है. जिस पर कागजी प्रक्रिया शुरू हो गयी है.