Muzaffarpur जंक्शन के यूटीएस हॉल में लगे लगेज स्कैनर में रविवार की आधी रात को एक चार साल का बच्चा फंस गया. बच्चा करीब आधा घंटा तक मशीन के अंदर फंसा रहा. मौके पर तैनात आरपीएफ के सुरक्षा कर्मियों की जब नजर पड़ी, तब उन्होंने वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी. इसके बाद टेलीकॉम विभाग के कर्मचारी व इंजीनियर को बुलाया गया. काफी कोशिश के बाद भी बच्चा नहीं निकला. इसके बाद मशीन के बेल्ट को काटकर बच्चे को बाहर निकाला गया. इसमें करीब आधे घंटे का समय लगा. बच्चा फिलहाल सुरक्षित है. उसके बांये हाथ में चोट है.
सदर अस्पताल में किया गया रेफर
रेलवे के डॉक्टर ने जांच करने के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया. बताया जाता है कि बच्चा अपनी मां के साथ आम्रपाली एक्सप्रेस पकड़ने के लिए जंक्शन के यूटीएस हॉल में था. खेलते-खेलते वह मां से बिछड़कर मशीन के पास पहुंच गया. तब मशीन चालू थी. जैसे ही बच्चे ने चलती मशीन के बेल्ट को छूने की कोशिश की, वह उसके अंदर चला गया. बच्चे के रोने की आवाज पर आरपीएफ की नजर पड़ी. बच्चा कांटी थाना क्षेत्र के दामोदरपुर का रहने वाला है. सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज के बाद बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया.
जून माह में भी सिक्का उठाने के क्रम में स्कैनर में घुसा था पांच साल का बच्चा
जंक्शन के मुसाफिर खाना परिसर में लगेज स्कैनर मशीन में 11 जून को भी सिक्का उठाने के क्रम में एक पांच वर्षीय बच्चा उसमें फंस गया था. उसका पूरा शरीर मशीन के अंदर चला गया. उस समय भी मशीन को बंदकर और रोलिंग बेल्ट को काटकर बच्चे को बाहर निकाला गया था. इसमें उसे चोट आयी और सीने में हल्का जख्म हो गया था .
हादसे के वक्त गायब था सिपाही
इस पूरे प्रकरण में आरपीएफ की लापरवाही सामने आयी है. वहा तैनात सिपाही के नहीं होने से ऐसी घटना घटी थी. स्कैनर से सामान की स्कैनिंग नहीं होती है. हादसा के वक्त कोई पुलिसकर्मी भी यहां मौजूद नहीं था. अगर मौजूद होता तो यह हादसा नहीं होता. स्टेशन पर तीन लगेज स्कैनर लगा हुआ है. एक मुसाफिर खाना, एक पूछताछ कार्यालय और तीसरा प्लेटफॉर्म तीन सीढ़ी के पास है.