Muzaffarpur के सरैया प्रखंड के कृषि समन्वयक रामाशंकर शर्मा को साइबर फ्रॉड गिरोह के शातिरों ने अपना शिकार बनाया है. नेट बैंकिंग की सुविधा ब्लॉक कर फ्रॉड ने एक लिंक भेज झांसे में लेकर उनके खाते में सेंधमारी कर 74,997 रुपये निकाल लिये. कृषि समन्वयक ने अहियापुर थाने में इसकी प्राथमिकी दर्ज करायी है. साथ ही स्टेट साइबर क्राइम पोर्टल पर भी अपनी शिकायत दर्ज की है.
अहियापुर थाने में दर्ज प्राथमिकी में रामाशंकर शर्मा ने बताया है कि वे मोतीपुर थाना क्षेत्र के मोरसंडी गांव के रहने वाले हैं. वर्तमान में अहियापुर के बैरिया फील्ड के पास कोल्हुआ पैगम्बरपुर में रहते हैं और बिहार सरकार में वे कृषि समन्वयक के पद पर सरैया प्रखंड में पदस्थापित हैं. गत 16 अगस्त को वे अपने आवास से ही ऑनलाइन विभागीय काम का निष्पादन कर रहे थे. इस बीच उनके मोबाइल पर एक टेक्स्ट मैसेज आया. इसमें नेट बैंकिंग की सुविधा सस्पेंड होने की बात कही गयी थी. उसे फिर से चालू कराने के लिए पैन वेरिफिकेशन कराने को कहा गया. फोन करने वाले ने एक लिंक दिया. उनके द्वारा लिंक पर क्लिक करते ही फिर से नेट बैंकिंग की सुविधा शुरू हो गयी. इसके तुरंत बाद उनके दो अलग-अलग खाते से 49,999 और 24,998 रुपये की निकासी कर ली गयी. इसकी जानकारी उनको तब मिली, जब उनके मोबाइल पर खाते से रुपये ट्रांसफर होने का मैसेज आया. घटना के बाद गत 28 सितंबर को भी उनके मोबाइल पर दूसरे नंबर से साइबर फ्रॉड ने मैसेज किया, लेकिन उन्होंने उसे खोला नहीं. अहियापुर थानेदार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
मुजफ्फरपुर में पहले भी कई लोग ऐसे ही लिंक को खोलने से साइबर फ्राड का शिकार हुए हैं. कई लोगों को एटीएम ब्लॉक होने के भी मैसेज आए हैं. हालांकि साइबर पुलिस के द्वारा इलाके में सक्रिय साइबर फ्रॉड गिरोह को पकड़ने की पूरी कोशिश जारी है.