केवल 1200 रुपये उधार की नहीं देने पर दोस्त को मारा चाकू, पुलिस के सामने कहा- सर मैंने अपने दोस्त को मारा
मुजफ्फरपुर में एक दोस्त ने उधार के पैसे वापस नहीं देने पर अपने दोस्त को चाकू मार दिया. इसके बाद थाने में जाकर पूरी घटना खुद सुनायी. मो शमशाद की कहानी सुनने के बाद नगर थाने में अफरातफरी मच गयी.
सर, 12 सौ रुपये बकाया था. मांगने पर नहीं दे रहा था. दूसरे दोस्त के साथ मिलकर रामबाग मस्जिद चौक के पास सूनसान इलाके में मैंने अपने दोस्त रौशन को चाकू मार दिया हूं. चाकू उसके पेट के बायें तरफ ही फंसा हुआ है. मैं और मेरा दोस्त वहां से पैदल ही भाग निकले. मैं थाना आया हूं और दोस्त कही भाग गया है. यह बातें नगर थानेदार श्रीराम सिंह को बनारस बैंक चौक के नाला रोड निवासी मो़ इसराइल का बेटा मो़ शमशाद उर्फ छाेटू पूछताछ के दौरान एक सांस में बोल गया. वह इसबीच लगातार पानी भी पीता रहा. पसीने से तरबतर भी था. धड़कन उसकी काफी तेज चल रही थी.
घायल को पुलिस ने तीन घंटे तलाशा
नगर थानेदार ने पूरी कहानी सुनने के बाद मिठनपुरा थानेदार श्रीकांत सिन्हा को इसकी जानकारी दी. साथ ही पेट्रोलिंग पार्टी को मौके वारदात पर भेजने का आग्रह किया. इसपर मिठनपुरा थाने की पुलिस घटनास्थल को खोजने में जुटी और एक टीम नगर थाना पहुंची. जहां से दोस्त को चाकू मारने की कहानी सुना रहा मो़ शमशाद को अपने संग ले गयी. शमशाद के साथ पुलिस मिठनपुरा के रामबाग चौड़ी, मस्जिद चौक, जेल चौक, बीएसएपी छह, मालीघाट आदि इलाके में करीब तीन घंटा से अधिक देर तक खाक छानी. लेकिन, पुलिस को ना तो जख्मी मिला, ना ही घटनास्थल की जानकारी पुलिस को मो शमशाद दे सका.
निजी अस्पताल में भर्ती होने की जातायी जा रही आशंका
स्थानीय लोगों का कहना है कि जख्मी किसी निजी अस्पताल में भर्ती हो गया होगा. ठीक होने के बाद ही अब पुलिस के सामने आया होगा. मिठनपुरा थानेदार श्रीकांत प्रसाद सिन्हा ने बताया कि युवक से पूछताछ की जा रही है. उसके परिजनों थाना बुलाया गया है. मो शमशाद की कहानी सुनने के बाद नगर थाने में अफरातफरी मच गयी. मालूम हो कि, युवक सबसे पहले थाना के सिरिस्ता में पहुंचा. जहां थाना मैनेजर कुसुम कुमारी से पानी मांगा. एक बोतल पानी चंद सेकेंड में ही पी गया. इसके बाद बताया कि वह एक अपने दोस्त को महज 1200 के लिए चाकू मार दिया है. चाकू उसके पेट में ही है. वह घटनास्थल पर ही गिरा है.
थाना मैनेजर ने दी मुंशी को जानकारी
यह सुनते ही थाना मैनेजर ने तत्काल इसकी सूचना मुंशी को दी. फिर मुंशी ने थानेदार को जानकारी दी और थानेदार श्रीराम सिंह तफ्तीश शुरू की. इस दौरान शमशाद ने बताया कि वह डेंटर का काम करता है. करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली से लौटा है. इसके बाद वह बनारस बैंक चौक के नाला रोड में रहता है. उसके परिवार के कई लोग अभी भी दिल्ली के मोतीनगर इलाके में रहते हैं.
लड़की भागने के मामले में है नामजद
नगर थाने के रिकॉर्ड के मुताबिक, मो़ शमशाद मोहल्ले की एक लड़की को अपने भांजे के साथ भगाने के मामले में नामजद है. नगर थाना आने के बाद उक्त केस की भी जानकारी युवक ने पुलिस को दी है. अब नगर थाना मिठनपुरा थाना के कार्रवाई को लेकर रूक गयी है. अगर जख्मी मिल जाता है तो मिठनपुरा थाने की पुलिस मामले में कार्रवाई करेगी. अन्यथा नगर थाने की पुलिस उसे अपहरण के मामले में कोर्ट में पेश करेगी.