Muzaffarpur News: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटर गिरफ्तार, ट्रांजिट रिमांड पर हरियाणा ले गयी एसटीएफ
Muzaffarpur News दोनों शूटरों को लेकर हरियाणा के लिए एसटीएफ रवाना हो गयी है. वहां , जेएम फर्स्ट रोहतक की कोर्ट में दोनों को प्रस्तुत किया जाएगा.
Muzaffarpur News मुजफ्फरपुर – सीतामढ़ी जिले के बॉर्डर स्थित रुन्नीसैदपुर टोल प्लाजा के पास से पकड़े गये लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बरार गैंग के दोनों शूटरों से गुरुवार दोपहर तक पूछताछ की गयी. बिहार एसटीएफ व डीआइयू के अलावा राज्य की पुलिस विंग की कई जांच एजेंसियों ने दोनों से बारी- बारी से पूछताछ की. मुजफ्फरपुर पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों को हरियाणा एसटीएफ के हवाले कर दिया है. उनके द्वारा दोनों को तीन दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की गयी. कोर्ट से 48 घंटे का ट्रांजिट रिमांड मिला है.
दोनों शूटरों को लेकर एसटीएफ हरियाणा रवाना
देर शाम दोनों शूटरों को लेकर हरियाणा के लिए एसटीएफ रवाना हो गयी है. वहां , जेएम फर्स्ट रोहतक की कोर्ट में दोनों को प्रस्तुत किया जाएगा. बताया जाता है कि गिरफ्तार दोनों शूटर बीते 12 फरवरी को जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र स्थित बाल सुधार गृह को ब्रेक करके 23 विधि विवादित किशोरों के साथ फरार हो गए थे. पुलिस के अनुसार हरियाणा के जींद- रोहतक रोड में लाखनमाजरा के पास एक रेस्टोरेंट के बाहर बीते 29 फरवरी की रात हुए स्क्रैप कारोबारी सचिन की हत्या में दोनों शामिल थे. इस घटना में उसकी मां को भी गोली लगी थी. इस हत्या की जिम्मेवारी रोहित गोदारा उर्फ गोल्डी बरार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके ली थी.
कोर्ट परिसर पुलिस छावनी में था तब्दील
दोनों शूटरों को कोर्ट लाने से पहले पूरे परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील किया गया था. कोर्ट के चारों गेट पर पुलिस टीम की चप्पे- चप्पे पर तैनाती थी. हरियाणा एसटीएफ के 20 जवानों के अलावा जिला पुलिस की डीआइयू की टीम भी सुरक्षा को लेकर तैनात रही. जिस कोर्ट में दोनों शूटरों की पेशी करायी जा रही थी वहां किसी भी संदिग्ध की बिना तलाशी लिए आगे नहीं दिया जा रहा था. पांच गाड़ियों के काफिला के बीच में दोनों को पहले सदर अस्पताल ले जाकर मेडिकल जांच करायी गयी. फिर, कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया.
स्क्रैप कारोबारी सचिन की हत्या के बाद दोनों पहुंचे थे
हरियाणा के रोहतक में स्क्रैप कारोबारी सचिन की हत्या के बाद से दोनों शूटर गोल्डी बरार के राइट हैंड कहे जाने वाले कारू उर्फ विशाल के साथ गोरखपुर पहुंचे. वहां से वह अलग हो गये. दोनों बस से मुजफ्फरपुर आये. यहां बस बदलकर सीतामढ़ी की बस में चढ़ गए. लेकिन, रुन्नीसैदपुर पहुंचने से पहले दोनों दबोच लिये गये. गिरफ्तार शूटर में से एक जो दिल्ली का रहने वाला है. उसका गृह जिला सीतामढ़ी है, उसकी बहन नेपाल के मलंगवा में रहती है. दोनों उसी के यहां सीतामढ़ी बॉर्डर पार करके जाने की प्लानिंग में थे.
तीन जिलों की पुलिस ने कर रखी थी घेराबंदी
दोनों शूटरों के बिहार के रास्ते नेपाल भागने की आशंका पर हरियाणा एसटीएफ की टीम लगातार उनके लोकेशन को ट्रेस कर रही थी. बिहार एसटीएफ को जानकारी मिलने के बाद यह अलर्ट मोड में थी. साथ ही नेपाल बॉर्डर से सटे सभी जिलों की पुलिस को भी अलर्ट मोड में रखा गया था. जैसे ही दोनों का लोकेशन सीतामढ़ी की ओर बढ़ने लगा कि बिहार एसटीएफ, मुजफ्फरपुर व सीतामढ़ी जिला पुलिस ने घेराबंदी करके दोनों को बुधवार की रात दबोच लिया.
एक शूटर पॉक्सो, तो दूसरा बाइक चोरी में हुआ था गिरफ्तार
बिहार एसटीएफ व जिला पुलिस के हत्थे चढ़े लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बरार गैंग के दोनों शूटर खुद को पहले नाबालिग बताये थे. एक दिल्ली के संगम विहार के बाजीराबाग इलाके का रहने वाला है. उसका गृह जिला बिहार के सीतामढ़ी में है. वह राजस्थान में बाइक चोरी के मामले में पकड़ाकर बाल सुधार गृह गया था. वहीं, दूसरा शातिर जो राजस्थान के जयपुर जिला के सुल्तानिया थाना क्षेत्र का रहने वाला है वह नाबालिग लड़की से प्रेम प्रसंग में भगाने को लेकर पॉक्सो एक्ट के मामले में पकड़ा कर बाल सुधार गृह पहुंचा था.
नेपाल भागने की फिराक में थे
बिहार एसटीएफ, मुजफ्फरपुर व सीतामढ़ी पुलिस की ज्वाइंट ऑपरेशन में दो कुख्यात अपराधकर्मी बुधवार की देर रात पकड़े गये. उनके खिलाफ हरियाणा व राजस्थान में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं. दोनों नेपाल भागने की फिराक में थे. एक अपराधकर्मी का गृह जिला सीतामढ़ी है. संबंधित राज्यों की पुलिस पहुंची है. ट्रांजिट रिमांड पर ले जाएगी. राकेश कुमार,एसएसपी मुजफ्फरपुर