मुजफ्फरपुर के लोगों को होल्डिंग टैक्स और दुकान के किराये में मिलेगी राहत, जानें नगर सरकार की नयी योजना
मुजफ्फरपुर में होल्डिंग टैक्स के साथ नगर निगम के दुकानों का किराया बढ़ाने की तैयारी पर शुरू विवाद के बाद नगर सरकार बैकफुट पर आ गयी है. आनन-फानन में इन दोनों एजेंडे को 31 जनवरी को होने वाली बोर्ड मीटिंग से हटा दिया गया है, ताकि पार्षद से लेकर उप मेयर और नगर विधायक के आक्रोश को ठंडा किया जा सके.
मुजफ्फरपुर में होल्डिंग टैक्स के साथ नगर निगम के दुकानों का किराया बढ़ाने की तैयारी पर शुरू विवाद के बाद नगर सरकार बैकफुट पर आ गयी है. आनन-फानन में इन दोनों एजेंडे को 31 जनवरी को होने वाली बोर्ड मीटिंग से हटा दिया गया है, ताकि पार्षद से लेकर उप मेयर और नगर विधायक के आक्रोश को ठंडा किया जा सके. हालांकि, संशोधित एजेंडे में दो और नये प्रस्ताव को मीटिंग में चर्चा के लिए जोड़ा गया है. इधर, उप महापौर डॉ मोनालिसा का कहना है कि उनके बिना नॉलेज में दिये बोर्ड मीटिंग की तिथि के साथ एजेंडा तय किया गया है. यह ठीक नहीं है. एजेंडा तय करने वाले को चाहिए कि उनसे भी राय-मशविरा करते हुए शहर के विकास के लिए जो भी हो. इस पर कार्ययोजना बनाये.
विरोधी गुट के पार्षद ताकत दिखाने को तैयार
विरोधी गुट के पार्षद निगम बोर्ड में अपनी ताकत दिखाने के लिए एक नया खेमा तैयार कर लिया है. इसमें मुस्लिम गुट के साथ पार्षदों की एक बड़ी संख्या नगर सरकार के खिलाफ बोर्ड मीटिंग के दौरान अपनी ताकत दिखाएंगे. स्टैंडिंग कमेटी में मुस्लिम चेहरा को नहीं जगह देने के मुद्दा पर भी पार्षदों की नाराजगी दिख सकती है. इन मुद्दों पर विरोध की रणनीति बननी शुरू हो गयी है. विरोधी खेमा को हैंडल करने वाले शहर के एक बड़े राजनीतिज्ञ खुद विरोधी गुट के पार्षदों को एकजुट करने के साथ मेयर गुट के पार्षदों के नब्ज टटोलने लगे हैं.
होल्डिंग टैक्स बढ़ाने की थी चर्चा
बता दें कि नगर निगम का चुनाव संपन्न होने के बाद नगर सरकार की ये पहली बैठक होने वाली है. इसे लेकर पार्षद काफी उत्साहित हैं. हालांकि, पहले चर्चा की जा रही थी कि बैठक में होल्डिंग टैक्स और दुकानों का किराया बढ़ाया जा सकता है. मगर इस मुद्दे को बोर्ड के बैठक की सूची से बाहर कर देने से लोगों ने राहत की सांस ली है. वहीं अब बैठके के एजेंडे और समय से नाराज उप महापौर डॉ मोनालिसा का किस तरह प्रोटेस्ट करते हैं, ये भी देखना होगा.