मुजफ्फरपुर: बीते एक सप्ताह से गर्मी सातवें आसमान पर है. आलम यह है कि दिन में सड़कों पर 11 बजे से शाम 4 बजे तक सन्नाटा पसरा रहता है. एक तो गर्मी दिनभर सताती है तो ऊपर से शाम ढलते ही बिजली रूलाने लगती है. शाम 7 बजे से सुबह के 4 बजे के बीच प्रतिदिन बिजली आवंटन में एसएलडीसी पटना से कटौती है. कितने मेगावाट की कटौती होगी और कितने देर की होगी, इसका कुछ अता पता नहीं रहता है. जिले में दो सुपर ग्रिड मोतीपुर महवल व मुशहरी द्वारिकानगर और दो ग्रिड रामदयालु व एसकेएमसीएच है. जिस ग्रिड में कटौती होती है, सीधे फोन पर लोड घटाने की सूचना दी जाती है. इसके बाद बिजली रोटेशन (लोड शेडिंग) पर चली जाती है. कभी 20 तो कभी 30 तो कभी 10 से 15 मेगावाट की कटौती की जाती है. देर शाम के बाद बिजली का लोड इतना अधिक बढ़ जाता है कि ट्रांसफॉर्मर के फ्यूज उड़ने की शिकायत काफी बढ़ जाती है.
इधर, इस भीषण गर्मी में स्मार्ट सिटी के काम को लेकर चार घंटे से अधिक मोतीझील, स्टेशन रोड व आसपास के इलाकों की बिजली बंद थी. उपभोक्ताओं में गुस्सा है कि इस भीषण गर्मी में घंटों बिजली बंद करने से दिन में भी घर में रहना मुश्किल हो रहा है. रविवार छुट्टी का दिन होता है. बिजली नहीं रहने से पूरी छुट्टी का मजा बर्बाद हो जाता है.
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प्रीपेड मीटर की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. डेफरमेंट चार्ज की राशि कटने को लेकर उपभोक्ता अधिक राशि का रिचार्ज एक बार में करा रहे हैं, लेकिन इसमें पैसा फंसने की शिकायत बहुत अधिक हो रही है. फंसा हुआ पैसा वापस तो आता है लेकिन इसे आने में 7 से 10 वर्किंग डेज का समय लगता है. उपभोक्ता अमित ने बताया कि एक बार में दो हजार का रिचार्ज किया और उनका पैसा फंस गया. इसके बाद उन्होंने एक साइबर कैफे संचालक से रिचार्ज कराया, तब जाकर उनका रिचार्ज हो गया. इस तरह की खूब शिकायत मिल रही है.