मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच की आरटीपीसीआर मशीन ठीक नहीं होने पर कोरोना जांच के लिए आये सात हजार सैंपल को आरएमआरआई पटना लैब भेजा गया है. इधर प्रबंधन ने अस्पताल में तीन जिलों के सैंपल लेने पर फिलहाल रोक लगा दी है. इन सभी जिलों से आने वाले सैंपल को फिलहाल पटना लैब में भेजने को कहा गया है. आरटीपीसीआर मशीन पिछले पांच दिनों से खराब पड़ी है. इस मशीन को ठीक करने के लिए आये बीएमआइसीएल से इंजीनियर बुधवार को वापस लौट गये. प्राचार्य डॉ विकास कुमार ने कहा कि दो दिन बाद इंजीनियरों की दूसरी टीम मशीन को ठीक करने आयेगी. एसकेएमसीएच में तीन जिलों मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण व सहरसा के सैंपलों की जांच होती है. तीनों जिले से हर दिन करीब 1050 सैंपल जांच के लिए एसकेएमसीएच लैब में आता है. वहीं ट्रूनेट जांच के लिए मुजफ्फरपुर से 50, पूर्वी चंपारण से 125 सैंपल व सहरसा से 75 सैंपल एसकेएमसीएच आता है.
मुजफ्फरपुर. भाकपा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य अजय कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कहा कि कोरोना जांच के नाम पर आंकड़ों का खेल हो रहा है. जो लोग कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल नहीं दिये हैं, उनके नाम पर भी जांच रिपोर्ट आने की खबरें लगातार आ रही हैं. आठ सितंबर को उन्हें मैसेज मिला कि कोरोना जांच के लिए उनका सैंपल लिया गया है, जबकि मैंने सैंपल नहीं दिया है. मैसेज में उनका नाम भी अंकित है. उन्होंने इस मैसेज के संंबंध सीएस व डीएम को सूचना दी
नगर निगम के कर्मियों की बुधवार को कोरोना संक्रमण की जांच करायी गयी है. निगम परिसर में लगाये गये कैंप में अंचल संख्या एक व दो के 140 कर्मियों की जांच की गयी. सभी कर्मियों का सैंपल आरटीपीसीआर के लिए लिया गया है. गुरुवार को अंचल तीन के कर्मियों की जांच की जायेगी.
मुजफ्फरपुर. त्योहारों जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने निर्णय लिया है कि त्योहार के समय जो भी प्रवासी जिले में आयेंगे, उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट आने तक वे होम कोरेंटिन रखे जाएं. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बुधवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये डीएम व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में पॉजिटिव मरीजों की संख्या घटते देख सक्रियता कम नहीं करेंगे.
posted by ashish jha