उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल एसकेएमसीएच में भर्ती एक मरीज की लचर व्यवस्था के कारण रविवार को मौत हो गयी. लापरवाही की स्थिति यह थी कि पहले मरीज के परिजन दवा और इंजेक्शन के लिए समय पर देने के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने शिकायत नहीं सुनी. हद तो तब हो गयी, जब रविवार को मरीज की मौत हो गयी और मृतक को ही स्वास्थ्यकर्मियों ने पानी चढ़ाना शुरू कर दिया. हालांकि इसकी शिकायत करने के बाद ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने मरीज की जांच कर मृत घोषित कर दिया. इस पूरे मामले की शिकायत अधीक्षक से की गयी है. डॉ बीएस झा ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं मिली है. अगर परिजन के द्वारा शिकायत मिलती है, तो वह कार्रवाई करेंगे.
छह जनवरी से भर्ती था मड़वन का रामलाल
मड़वन के रक्सा दक्षिण का रहने वाला 45 साल के रामलाल महतो को परिजनों ने 6 जनवरी को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था. वह जॉन्डिस से पीड़ित था. मृतक के भतीजा पंकज का आरोप था कि गुरुवार की सुबह की पाली में डॉक्टर उसके चाचा को देखने आये थे. उसके बाद दुबारा नहीं आएं. उसका कहना था कि दवा और इंजेक्शन के समय पर देने के लिए परिचारिका से गुहार लगाते रहे, लेकिन समय पर उनको दवा नहीं मिला. नर्स से डॉक्टर को बुलाने को पिछले 3 दिनों से गुहार लगा रहे थे, लेकिन डॉक्टर नहीं आएं. रविवार की अहले सुबह उनकी मौत हो गयी. उसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने उन्हें पानी चढ़ाना शुरू कर दिया. हालांकि, इसकी शिकायत करने के बाद डॉक्टर ने आकर मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने नहीं की लिखित शिकायत
परिजनों का आरोप है कि मरीज की स्थिति खराब होने के बाद उसे किसी दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने के लिए गुहार लगायी गयी. मगर किसी ने उनकी एक नहीं सुनी. अब मौत के बाद डॉक्टरों और नर्स की नींद खुली है. हालांकि मामले में परिजनों के द्वारा अस्पताल प्रबंधन से लिखित शिकायत नहीं की गयी है.