सिकंदरपुर मन को केंद्रित कर स्मार्ट सिटी के चयनित 1210 एकड़ के एरिया में जो सीवरेज एवं ड्रेनेज प्रोजेक्ट का कार्य चल रहा है, उसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हो गया है. शनिवार को पुलिस लाइन के समीप सीवरेज की पाइपलाइन बिछाने के साथ मेनहोल का निर्माण चल रहा था. पाइपलाइन फटने के कारण मेनहोल में पानी भर गया. इसी बीच एजेंसी ने बिना गुणवत्ता का ख्याल रखें चोरी-चुपके मेनहोल का निर्माण शुरू कर दिया.
स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना निगम अधिकारियों को दी. तस्वीर जब व्हाट्स एप ग्रुप पर वायरल होने लगा. तब आनन-फानन में सीवरेज व ड्रेनेज प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग कर रही स्मार्ट सिटी की प्रोजेक्ट मैनेजर मौके पर पहुंच कार्य को रोक दिया है. साथ ही मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी (एमएससीएल) की तरफ से एजेंसी को पत्र लिख गुणवत्ता में गड़बड़ी के साथ कार्य कराने को लेकर स्पष्टीकरण की भी मांग की गयी है. बता दें कि फिलहाल प्रोजेक्ट के गुणवत्ता पर निगरानी रखने वाली पीएमसी के अधिकारी व इंजीनियर दो माह से वेतन नहीं मिलने के कारण हड़ताल पर है. ऐसे में बिना गुणवत्ता की मॉनिटरिंग तेजी से विभिन्न प्रोजेक्ट का वर्क चल रहा है.
सड़क के बीचों-बीच काट जो सीवरेज की पाइपलाइन बिछायी गयी है. इसके बाद सड़क की हुई मरम्मत दो माह के भीतर ही धंसने व टूटने लगी है. इस तरह की शिकायत सिकंदरपुर व जूरन छपरा इलाके में सबसे ज्यादा है. पीसीसी सड़क की कटाई कर पाइपलाइन को बिछायी गयी थी. मरम्मत के दौरान एजेंसी ने जो मैटेरियल लगाया, उसका क्वालिटी सही नहीं रहने के कारण अधिकतर सड़कें धंस गयी है. गाड़ियों की चक्का पड़ने के बाद तेजी से गिट्टी उखड़ रहा है. इससे सड़क के बाकी हिस्सा भी डैमेज हो रहा है. बरसात के दौरान इससे लोगों को ज्यादा परेशानी होगी.