बिहार: मुजफ्फरपुर में सड़कों पर यमराज बनकर घूम रहे आवारा कुत्ते, बुजुर्ग को नोच-नोचकर मार डाला
बिहार के मुजफ्फरपुर आवारा कुत्ते सड़कों पर यमराज बनकर घूम रहे हैं. बताया जा रहा है कि सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्ते के काटने से जख्मी 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला चनिया देवी की मौत हो गयी. पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान चनिया देवी ने गुरुवार की सुबह दम तोड़ दिया.
बिहार के मुजफ्फरपुर आवारा कुत्ते सड़कों पर यमराज बनकर घूम रहे हैं. बताया जा रहा है कि सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्ते के काटने से जख्मी 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला चनिया देवी की मौत हो गयी. पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान चनिया देवी ने गुरुवार की सुबह दम तोड़ दिया. आठ मई को चनिया देवी को वार्ड नंबर 18 के नयी बाजार मिश्रा टोली में कुत्ते ने काट जख्मी कर दिया था. चनिया देवी के साथ कुत्ते ने दो और लोगों को काट लहूलुहान कर दिया था, जिनका इलाज शहर के निजी अस्पताल में चल रहा है. चनिया देवी के पैर में इंफेक्शन फैलने के बाद एसकेएमसीएच भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया था.
बुजुर्गों और बच्चों को शिकार बना रहे कुत्ते
मृतका पक्की सराय की रहने वाली थी. पार्षद पति धीरज कुमार ने बताया कि घटना की पूरी जानकारी नगर आयुक्त को दे दी गयी है. आवारा कुत्ते का आतंक पूरे शहर में है. नगर निगम को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है. दस दिनों के अंदर उनके वार्ड के कई लोगों को आवारा कुत्तों ने काट कर जख्मी किया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में आए दिन लोग उनका शिकार बनते रहते हैं. इससे सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को हो रही है.
हर मोहल्ले में आवारा कुत्ते से लोग परेशान
आवारा कुत्ते के कई मोहल्ले के लोग परेशान हैं. लेकिन नगर निगम में कुत्ते की नसबंदी कराने एवं एंटी रेबीज इंजेक्शन दिलाने के नाम पर मेयर, उप मेयर और पार्षदों के बीच जमकर राजनीति हो रही है. इसका नतीजा है कि बार-बार टेंडर निकाल एजेंसी चयन की प्रक्रिया की शुरुआत कर नगर आयुक्त को टेंडर रद्द करना पड़ रहा है. इसका नतीजा है कि हर दिन शहर के अलग-अलग इलाके में रहने वाले दर्जनों लोगों को कुत्ते काट कर जख्मी कर रहा हैं. इससे सबसे ज्यादा डरे-सहमे स्कूली बच्चे रहते हैं.