टाइम बम का मास्टर माइंड जैकी के कोलकाता या नेपाल भागने की आशंका, पुलिस ने बताया कैसे पटाखों से बनाया विस्फोटक
मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा के तीन कोठिया में टाइम बम लाने का मास्टर माइंड अहमद अली उर्फ जैकी अंडर ग्राउंड हो गया है. पिछले तीन दिन से एनआइए उसकी तलाश कर रही है. उसकी गिरफ्तारी से ही पता चलेगा कि टाइम बम कहां से लाया गया या उसे किसने दिया था. पुलिस को आशंका है कि जैकी कोलकाता या फिर नेपाल भाग गया है.
मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा के तीन कोठिया में टाइम बम लाने का मास्टर माइंड अहमद अली उर्फ जैकी अंडर ग्राउंड हो गया है. पिछले तीन दिन से एनआइए उसकी तलाश कर रही है. उसकी गिरफ्तारी से ही पता चलेगा कि टाइम बम कहां से लाया गया या उसे किसने दिया था. पुलिस को आशंका है कि जैकी कोलकाता या फिर नेपाल भाग गया है. कोलकाता पहले भी उसका ठिकाना रहा है. बताया जाता है कि जैकी के दो भाई वही रहते हैं. चर्चा है कि जिला पुलिस की विशेष टीम जैकी के करीबियों से पूछताछ कर रही है. जैकी के अंडरग्राउंड होने से उसके साथ स्मैक का कारोबार करने वाले अन्य शातिर भी छिप गये है. आइबी, एटीएस, सीआइडी, स्पेशल ब्रांच समेत सभी जांच एजेंसियां जैकी के बारे में जानकारी जुटा रही हैं.
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आठ अक्टूबर, 2020 को जैकी पर हुई थी नामजद प्राथमिकी
आबेदा हाइस्कूल के पीछे के मोहल्ले के रहने वाले अजमल विवेक के फर्द बयान पर आठ अक्टूबर, 2020 को मिठनपुरा थाने में जैकी के खिलाफ जान लेवा हमला करने की नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. अजमल विवेक ने एफआइआर में बताया था कि तीन अक्टूबर, 2020 को उसके मकान में रहने वाले एक किरायेदार के बच्चे की जन्मदिन पार्टी चल रही थी. अचानक उसके घर के सामने आकर सभी आरोपित गाली- गलौज करने के साथ ईंट-पत्थर फेंकने लगे. जब वह बाहर आया तो सभी ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया. जैकी ने लोहा के रॉड से सिर पर मारकर उसे जख्मी कर दिया.
पटाखों वाले विस्फोटक से बने थे मुजफ्फरपुर के टाइम बम
दीवाली का पटाखा जिस बारुद से तैयार किया जाता है मुजफ्फरपुर में बरामद टाइम भी उसी विस्फोटक से बने थे. इसमें कोई डेटोनेटेर, स्विच या अन्य घातक विस्फोटक नहीं मिला है. इसमें पीवीसी की पाइप लगी थी न कि लोहे की. वह जानलेवा नहीं थे. लोगों को डराने के लिए उनका इस्तेमाल किया गया था. अभी तक की जांच में यह बात समाने आयी है. फरार अभियुक्तों को दबोचने के लिए पुलिस – एटीएस की टीम कार्रवाई कर रही हैं. छापेमारी को एक टीम राज्य के अंदर के ठिकानों और दूसरी टीम यूपी के बुलंदशहर, महाराष्ट्र, कश्मीर और अन्य राज्यों में गयी है. फॉरेंसिंक टीम आगे की जांच में जुटी है. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने साेमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.
जावेद से चल रही पूछताछ
एडीजी का कहना था कि गिरफ्तार जावेद के भाई जैकी की गिरफ्तारी के बाद ही योजना का पता चलेगा. जैकी गिरफ्तार आरोपित जावेद का भाई है. जावेद ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि जैकी ने ही उसे झोले दिए थे. एक में चरस था जबकि दूसरे में टाइम बम रखे थे. पी के बुलंदशहर में लॉज से पकड़े गये उमैर के घर की तलाशी में कोई सबूत नहीं लगे. पकड़े गये लोग फेरी का काम करते थे इस कारण ये लोग कई शहरों में गये वहां का कनेक्शन पता किया जा रहा है. एनआइए की जांच के बारे में उन्हें पता नहीं है. बता दें कि मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा के तीन कोठिया मोहल्ले में 11 फरवरी की रात स्मैक तस्कर के अड्डे पर छापेमारी के दौरान तीन टाइम बम बरामद हुए थे.