बॉडी वॉर्न कैमरे से लैस हुई मुजफ्फरपुर ट्रैफिक पुलिस, ऑनलाइन मॉनीटरिंग शुरू
स्मार्ट पुलिसिंग के तहत जिले को चार बॉडी वॉर्न कैमरे व चार स्पीड रडार गन दिया गया है. कैमरे के जरिए वाहन चालकों पर नजर रखी जाने लगी है.
मुजफ्फरपुर. नये साल से ट्रैफिक पुलिस बॉडी वॉर्न कैमरा लैस हो गयी है. मुजफ्फरपुर पुलिस के लिए यह पहला मौका है, जब पुलिस की वर्दी में ही सीसीटीवी कैमरा मौजूद रहेगा. रविवार से ट्रैफिक पुलिस के जवान बॉडी वार्न कैमरे के साथ डयूटी करना शुरू कर दी है. इसके लिए मुख्यालय से चार बॉडी वार्न कैमरा दिया गया है.
इसकी मदद से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले जुर्माना से नहीं बच पाएगे. बॉडी पर कैमरा होने से डयूटी पर तैनात जवान द्वारा चालान काटने के दौरान होने वाले ‘लेन-देन’ पर ब्रेक लगेगा. स्मार्ट पुलिसिंग के तहत जिले को चार बॉडी वॉर्न कैमरे व चार स्पीड रडार गन दिया गया है. कैमरे के जरिए वाहन चालकों पर नजर रखी जाने लगी है.
बॉडी वार्न कैमरो में ट्रेफिक पुलिस कर्मी और वाहन चालक की हर गतिविधि की रिकॉर्डिग हो सकेगी. ये कैमरे मिलने से यातायात पुलिसकर्मियो को सहायता मिलेगी. वही, यातायात अधिकारियों को जवानों पर पैनी नजर रखने मे काफी सहूलियत होगी. किसी ने अभदता की, तो पूरी फुटेज कैमरे में कैद हो जायेगी. इसके आधार पर ट्रेफिक पुलिस कार्रवाई करेगी.
सभी चौराहों और वहां तैनात जवानों पर नजर रखी जा सकेगी. फिलहाल कैमरे में 64 जीबी स्टोरेज दिया गया है. बाद मे इसे कंट्रोल रूम अर्थात इंटीग्रेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) से जोड दिया जायेगा. तब, कार्यालय मे बैठे अधिकारी सभी चौक-चौराहो और वहां तैनात जवानों पर नजर रख सकेंगे. कैमरा लगाने का मकसद अनुशासन के साथ भ्रष्टाचार से मुक्त पुलिस बनाना है.