स्मार्ट बनेगा मुजफ्फरपुर का ट्रैफिक सिस्टम, एमआइटी की टीम को मिली जिम्मेदारी
शहर के चौराहों पर दिन के अलग-अलग समय में हाे रहे ट्रैफिक प्रेशर का आकलन कर सिग्नल का रोटेशन तय करने के लिए एमआइटी की टीम को मास्टर प्लान तैयार करना है. प्रमंडलीय आयुक्त गोपाल मीणा के निर्देश पर करीब दो हफ्ते से कवायद चल रही है.
मुजफ्फरपुर शहर के ट्रैफिक सिग्नल को एमआइटी की टीम स्मार्ट बनायेगी. लेकिन एमआइटी की टीम को स्मार्ट सिटी लिमिटेड का साथ नहीं मिल रहा है. शहर के चौराहों पर दिन के अलग-अलग समय में हाे रहे ट्रैफिक प्रेशर का आकलन कर सिग्नल का रोटेशन तय करने के लिए एमआइटी की टीम को मास्टर प्लान तैयार करना है. प्रमंडलीय आयुक्त गोपाल मीणा के निर्देश पर करीब दो हफ्ते से कवायद चल रही है, लेकिन अब तक सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल सिस्टम से डाटा या चौराहों का फुटेज नहीं मिल सका है.
एमआइटी की टीम को नहीं मिला है डाटा
चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगने के बाद से ही उसके रोटेशन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. भीड़-भाड़ वाले चौराहों पर ज्यादा देर तक ट्रैफिक बंद रहता है, जबकि कम समय के लिए खुलता है. इसके चलते जाम की स्थिति बनी रहती है. पिछले दिनों एमआइटी के गवर्निंग बॉडी की बैठक के दौरान प्रमंडलीय आयुक्त ने ट्रैफिक सिग्नल को प्रभावी बनाने के लिए सुझाव मांगा था. इसके आधार पर एमटेक के दो विद्यार्थियों की टीम बनाकर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गयी. एमआइटी के प्रो आशीष कुमार ने बताया कि टीम के दो सदस्य डाटा हासिल करने स्मार्ट सिटी के कार्यालय पहुंचे, लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों प्रमंडलीय आयुक्त ने शहर के ट्रैफिक सिग्नल को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए एमआइटी की टीम को जिम्मा सौंपा था.
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अलग अलग समय में ट्रैफिक लोड को किया जाएगा स्टडी
एमआइटी की टीम चौराहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अलग- अलग समय में ट्रैफिक प्रेशर और गुजरने वाले वाहनों की संख्या के आधार पर ट्रैफिक लोड का स्टडी कर रेड लाइट और ग्रीन लाइट के टाइमिंग में संशोधन के लिए सुझाव देगी. इसके लिए उन्हें कंट्रोल रूम से डाटा चाहिये. जहां- जहां सीसीटीवी लगे हैं, वहां का डाटा लेकर देखा जाएगा कि शहर का सबसे व्यस्त चौराहा कौन-सा है. कितनी गाड़ियां वहां से हर रोज गुरज रही है. इसमें दोपहरिया और चारपहिया वाहनों की संख्या कितनी है. इसके साथ ही सुबह 10 से 12 बजे तक, दोपहर से शाम तक और इसके बाद अलग-अलग टाइम फ्रेम में सिग्नल पर ट्रैफिक का दबाव भी देखा जायेगा.