मुजफ्फरपुर ट्रिपल मर्डर केस में मंटू शर्मा समेत छह नामजद और तीन गिरफ्तार, परिवार ने मांगी सुरक्षा
मुजफ्फरपुर ट्रिपल मर्डर केस मामले में मंटू शर्मा समेत छह लोगों को नामजद किया गया है वहीं तीन लोगों की गिरफ़्तारी भी की गई. पुलिस ने मामले में आशुतोष शाही की पत्नी के बयान पर प्राथमिकी भी दर्ज कर ली है. साथ ही उनके साले ने पुलिस से परिवार के सदस्यों की सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की है.
मुजफ्फरपुर में प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उनके दो निजी गार्ड राहुल कुमार व निजामुद्दीन की हत्या में मंटू शर्मा, गोविंद कुमार, रनंजय ओंकार, विक्कू शुक्ला, अधिवक्ता सैयद कासिम हसन उर्फ डालर व पूर्व पार्षद शेरू अहमद को नामजद आरोपित बनाया गया है. वहीं, चार अज्ञात पर भी प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इन छह नामजद में से तीन की गिरफ्तारी की पुलिस ने पुष्टि की है. रात साढ़े नौ बजे विक्कू शुक्ला और शेरू अहमद को जेल भेज दिया गया है. वही, अधिवक्ता का पुलिस हिरासत में इलाज जारी है. आशुतोष शाही की पत्नी दीपांदिता की लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. नगर थानेदार श्रीराम सिंह केस के आइओ हैं. इधर, हत्याकांड में अन्य नामजद की गिरफ्तारी को लेकर विशेष टीम छापेमारी कर रही है.
विलंब से जेल भेजने पर नगर थानेदार से शो कॉज
प्रभारी सीजेएम सह एसीजेएम वन ज्योति कुमार कश्यप ने नगर थानेदार से इस मामले में शो कॉज किया गया है. कोर्ट का कहना था कि 22 जुलाई को ही प्राथमिकी दर्ज की गयी. फिर दोनों अभियुक्तों को सोमवार को क्यों प्रस्तुत किया गया. मंगलवार तक थानेदार को जवाब समर्पित करने का आदेश दिया गया है.
कड़ी सुरक्षा में दो नामजद को कोर्ट में किया गया प्रस्तुत
नगर थाने की पुलिस ने दोनों नामजद को कड़ी सुरक्षा के बीच में कोर्ट में प्रस्तुत किया है. कोर्ट परिसर में चप्पे- चप्पे पर पुलिस टीम की तैनाती की गयी थी. नगर डीएसपी राघव दयाल खुद सुरक्षा की मॉनिटरिंग कर रहे थे.
मंटू शर्मा व गोविंद की गिरफ्तारी को लेकर पड़ोसी राज्यों में छापेमारी
मंटू शर्मा व गोविंद की गिरफ्तारी को लेकर विशेष पुलिस टीम पड़ोसी राज्यों में भी छापेमारी कर रही है. बिहार एसटीएफ की टीम भी राज्य के कई जिलों में गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है. यह भी कहा जा रहा है कि नोएडा, लखनऊ और मुंबई भी अलग-अलग टीम मंटू को तलाश कर रही है.
कल्याणी मछली मंडी की जमीन पर थी कई प्रॉपर्टी डीलर की नजर
आशुतोष शाही की पत्नी दीपांदिता ने नगर थाने में दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि कल्याणी मछली मंडी की जमीन पर कई प्रॉपर्टी डीलर की नजर थी. लेकिन, उनके पति ने उचित दाम देकर इस जमीन को खरीद लिया था. इसके बाद मंटू शर्मा गिरोह उनके पति की जान के दुश्मन बन गये. दीपांदिता ने प्राथमिकी में बताया है कि उनके पति ने कई बार बताया था कि मंटू शर्मा व उनके गैंग के अन्य सदस्य उनकी जान के दुश्मन बन गये हैं, जो कभी भी उनकी हत्या करवा सकते हैं. इसकी जानकारी उनके पति ने करीबी लोगों को भी दी थी. इस बाबत उनके पति कई बार लिखित सूचना जिला पुलिस को भी दे चुके थे. कुछ अनहोनी न हो जाये इसी आशंका को लेकर वह निजी गार्ड को लेकर बुलेट प्रूफ गाड़ी से चलते थे.
15 वर्षों से जमीन का कारोबार कर रहे थे आशुतोष
प्राथमिकी में दीपांदिता ने पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा है कि उनके पति आशुतोष शाही पेशे से जमीन कारोबारी व समाजसेवी थे, जो करीब 15 वर्षों से यह काम कर रहे थे. जमीन व्यवसाय के दौरान कुछ अपराधी उनके पति से रंगदारी की मांग करते थे. दिपांदिता ने हत्या की साजिश में और कई लोगों के शामिल होने की आशंका भी जाहिर की है. उनका कहना है कि इसकी जानकारी मिलने पर बाद में सूचित करेगी. फिलहाल, नगर थाने की पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामले की जांच तेज कर दी है. हत्याकांड में शामिल नामजद जो फरार चल रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.
शुक्रवार 10: 30 बजे पति की हत्या होने की मोबाइल मिली सूचना
दीपांदिता ने प्राथमिकी में यह भी बताया है कि बीते 21 जुलाई की शाम लगातार उनके पति के मोबाइल पर किसी का फ़ोन आ रहा था. इसके बाद करीब नौ बजे उनके पति तीन निजी सुरक्षा गार्ड व चालक के साथ स्कॉर्पियो से घर से निकले थे. रात्रि करीब साढ़े दस बजे मोबाइल के माध्यम से जानकारी मिली कि अधिवक्ता कासिम हुसैन उर्फ डॉलर के घर पर अपराधियों के द्वारा मेरे पति एवं तीनों निजी गार्ड को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया है. इस घटना में उनके पति की घटनास्थल पर ही मौत हो चुकी है. निजी गार्ड को स्थानीय लोग व पुलिस प्रशासन के सहयोग से अस्पताल ले जाया गया है. इलाज के दौरान ही रात्रि यूपी के मऊ जिले के मधुबन थाने के जवाहपुर निवासी गार्ड निजामुद्दीन व यूपी के ही एटा जिले के जघरा थाने के नगला मोहन निवासी राहुल कुमार की मौत हो गयी.
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पत्नी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज
इस मामले में एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि पत्नी के बयान पर छह नामजद व बाइक सवार चार अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इनमें तीन नामजद लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें एक अधिवक्ता कासिम हुसैन उर्फ डॉलर का पुलिस अभिरक्षा में इलाज चल रहा है.
परिजन ने एसएसपी से की मुलाकात, मांगी परिवार की सुरक्षा
हत्याकांड में फरार चल रहे नामजद लोगों की जल्द-से-जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर आशुतोष शाही के साले गौरव मिश्रा ने एसएसपी राकेश कुमार से मुलाकात की. गौरव मिश्रा ने करीब 30 मिनट तक एसएसपी के साथ बंद कमरे में हत्याकांड में शामिल लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दी है. एसएसपी ने उनको भरोसा दिलाया कि बाकी बचे नामजद को भी जल्द-से-जल्द गिरफ्तार किया जायेगा. एसएसपी से मुलाकात कर कार्यालय से बाहर निकलने के बाद गौरव मिश्रा ने बताया कि हत्याकांड को लेकर उन्होंने छह पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है, जो लोग अब भी फरार चल रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी की मांग की गयी है. साथ ही बाकी परिवार के सदस्यों की सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की गयी है.