मुजफ्फरपुर में फर्नीचर व्यवसायी के घर 10 डकैतों ने की लूट, पत्नी की भी हत्या, तीन गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर में 10 डकैत एक फर्नीचर व्यवसायी के घर डकैती करने आए थे. इस दौरान व्यवसायी की पत्नी की भी हत्या कर दी गई. जिला पुलिस की विशेष टीम ने डकैती कांड का खुलासा करते हुए तीन डकैतों को गिरफ्तार कर लिया है.
Bihar Crime : मुजफ्फरपुर के कटरा के यजुआर थाना क्षेत्र के सिंधवारी गांव में फर्नीचर कारोबारी शशि कुमार शर्मा के घर डकैती करने के लिए 10 डकैत पहुंचे थे. जिला पुलिस की विशेष टीम ने डकैती कांड का खुलासा करते हुए तीन डकैतों को गिरफ्तार कर लिया है. उनकी पहचान कटरा थाना के बकुची के मनोहर पासवान, कांटी थाना क्षेत्र के कांटी कस्बा वार्ड नंबर – 07 के रहने वाले चंदन पासवान और ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के रंग गली निवासी चंदन ठाकुर के रूप में किया गया है.
जिस डकैत को लगी थी गोली, उसकी हो गई मौत
वारदात में शामिल एक डकैत सकल सहनी जिसको गोली लगी थी. घटना के 10 मिनट बाद भी उसकी मौत हो गयी थी. डकैतों ने उसके शव को पास के ही एक गाछी में बोरा में कस कर बागमती नदी में फेंक दिया था. पकड़ाये डकैतों के पास से पुलिस ने कारोबारी के घर से लूटी गयी 97 हजार नकदी व घटना में प्रयुक्त ऑटो को बरामद कर लिया गया है. पुलिस बाकी बचे छह डकैतों की गिरफ्तारी को लेकर सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण व दरभंगा जिले में छापेमारी कर रही है.
एएसपी के नेतृत्व में गठित हुई थी टीम
एसएसपी राकेश कुमार ने डकैती कांड का खुलासा करते हुए बताया है कि यजुआर थाना क्षेत्र के सिंधवारी गांव में हुई डकैती के दौरान महिला की हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एएसपी पूर्वी शहरियार अख्तर के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था. पुलिस को शुरूआती व मैनुअल इनपुट के आधार पर अनुसंधान करके घटना में शामिल तीन डकैतों घटना में प्रयुक्त ऑटो के साथ गिरफ्तार कर लिया है.
वारदात में दस डकैत थे शामिल
पुलिस की अब तक के अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि इस डकैती की वारदात में कुल दस डकैत शामिल थे. इनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. चौथा डकैत जो कांटी थाना क्षेत्र के कलवारी गांव के रहने वाले सकल सहनी थे , जिसको वारदात के समय उसके साथियों की ओर से की गयी गोलीबारी व बमबारी के दौरान एक गोली उसको भी सीने में लगी थी. उसकी घटना के 10 से 15 मिनट बाद भी मौत हो गयी. घटनास्थल से कुछ दूर जाने के बाद एक बगीचे में शव को बोरा में रखा गया.
बागमती नदी में फेंक दिया था शव
ब्रह्मपुरा के रंग गली के रहने वाले डकैत चंदन ठाकुर जो पेशे से ऑटो चालक है वह अपना ऑटो भी लेकर वारदात को अंजाम देने के लिए ले गया था. उसी ऑटो में सकलदेव सहनी के शव को रखकर बागमती नदी में ले जाकर फेंक दिया. पुलिस अपराधियों के बताये जगह पर नदी में शव को ढूंढ़ने के लिए तलाश कर रही है.
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पति की गुमशुदगी को लेकर तीन लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी तो पुलिस को मिला सुराग
सकलदेव सहनी की पत्नी कांटी के कलवारी निवासी कृष्णा देवी ने कांटी थाने में अपने पति की गुमशुदगी को लेकर तीन लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें बताया था कि बीते तीन जुलाई को एक बजे दिन में उसके घर पर ग्रामीण भुजंगी सहनी, पकड़ी गांव के राहुल कुमार और कांटी गोसाई को शंभु पासवान आया. उसके पति सकलदेव सहनी को तारी पिलाने के लिए घर से बुलाकर ले गए. जो अभी तक वापस नहीं लौटे हैं.
पांच जुलाई को जब वह अपने पति के बारे में भुजंगी सहनी से पूछने गयी तो वह बोला कि घबराइए नहीं वह ठीक है, एक दो दिन में आ जाएगा. फिर टाल मटोल करके चला गया. फिर दो दिन बाद जब सात जुलाई को भुजंगी सहनी से जब वह अपने पति के बारे में पूछताछ की तो वह बताया कि उनका चिंता छोड़ दीजिए, अब हम लोग ही आपके बाल- बच्चा की देखरेख करेंगे.
उसने प्राथमिकी में कहा था कि उसी तीनों लोगों ने किसी अज्ञात जगह पर ले जाकर उसके पति की हत्या कर दी है. पहले कांटी पुलिस को यह सामान्य अपहरण का मामला लगा. लेकिन, एक दो दिन बाद यह बात सामने आने लगी कि ये सभी लोग डकैती की वारदात में शामिल थे. इसके बाद पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया.
30 लाख से अधिक रुपये घर में होने की सूचना पर ललन ने रची थी डकैती की साजिश
एएसपी पूर्वी शहरियार अख्तर ने बताया कि कटरा के बकुची इलाके के रहने वाले कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अपराधी ललन पासवान ने डकैती कांड का मास्टरमाइंड है. उसको सूचना मिली थी कि फर्निचर कारोबारी के घर में 30 से 40 लाख रुपये होंगे. लेकिन, जिस डेट पर उनके घर पर रुपये आना था वह नहीं आ पाया. अपराधियों से पूछताछ के दौरान पता चला है कि डाका के दौरान कारोबारी के घर से तीन नोट के बंडल करीब तीन लाख रुपये लूटकर ले गए थे. लेकिन, पीड़ित की ओर से 15 लाख रुपये लूटे जाने की बात प्राथमिकी में बतायी गयी है.
कांटी से ऑटो में सवार होकर निकले थे आठ डकैत, दो कटरा में गिरोह से जुड़े
एसएसपी राकेश ने बताया कि आठ डकैत कांटी के गोसाइपुर गांव में शंभू पासवान के घर पर जुटे थे. वहां से चंदन ठाकुर के ऑटो में सवार होकर कटरा पहुंचे. वहीं, डकैती कांड का मास्टरमाइंड ललन पासवान व उसका साथी मनोहर पासवान स्कॉर्पियो से पहुंचा था. घटनास्थल से कुछ दूर पहले बगीचा में गाड़ी खड़ी करके डकैती के लिए सभी तैयार हुए थे. वारदात को अंजाम देने के बाद वापस सभी उसी बगीचे में लौटे वहां. वहां गोली लगने से मरने वाले डकैत को बोरा में पैक करके फिर ऑटो में लादकर नदी में फेंकने के लिए निकल गए.
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चंदन ठाकुर के पिता रहा है कुख्यात डकैत, विरासत में मिली है बम बनाने की ट्रेनिंग
ब्रह्मपुरा के रंग गली के रहने वाले चंदन ठाकुर के पिता गणेश ठाकुर कुख्यात डकैत रहा है. उसको विरासत में बम बनाने की ट्रेनिंग मिली है. एएसपी पूर्वी ने बताया कि डकैती के दौरान जो बम का इस्तेमाल किया गया था. उसको घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक बगीचे में चंदन ठाकुर ने बनाया था. बाकी डकैतों ने उसका सहयोग किया था. गणेश ठाकुर मूल रूप से रामपुर हरी थाना क्षेत्र के नरमा का रहने वाला है. उसके ऊपर भी कई डकैती के मामले दर्ज है. पिता को देखकर ही चंदन ठाकुर ने बम बनाना सीखा है. उसने पूछताछ में भी इस बात का खुलासा किया है.
बरामद नोट व ऑटो में लगा है खून, एफएसएल की टीम ने जुटाए साक्ष्य
लुटेरों के पास से बरामद 97 हजार रुपये व घटना में प्रयुक्त ऑटो में खून लगा मिला है. इसके बाद जिला पुलिस की विशेष टीम ने एफएसएल बुलाकर नोट व ऑटो की जांच करवायी है. वहीं, जिस बगीचे में बम तैयार किया गया था. वहां भी उसके कुछ अवशेष मिले हैं. यहां भी एफएसएल की टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं. पुलिस को आशंका है कि नोट व ऑटो पर जो ब्लड मिला है वह डकैती के दौरान मारे जाने वाले अपराधी राम सकल सहनी का हो सकता है.