उम्मीद. मुजफ्फरपुर पहुंचे पूर्व मध्य रेलवे के जीएम बोले, विश्वस्तरीय बनेगा जंकशन

मुजफ्फरपुर: पूर्व मध्य रेलवे के जीएम डीके गायेन सोमवार काे क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान पहुंचे. उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण किया. इसके बाद उन्होंने क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया. कर्मियों ने बताया कि आधारभूत संरचना की कमी से परेशान होना पड़ रहा है. साथ ही कंप्यूटर खराब है. नेट की सुविधा न […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2017 9:08 AM
मुजफ्फरपुर: पूर्व मध्य रेलवे के जीएम डीके गायेन सोमवार काे क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान पहुंचे. उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण किया. इसके बाद उन्होंने क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया. कर्मियों ने बताया कि आधारभूत संरचना की कमी से परेशान होना पड़ रहा है. साथ ही कंप्यूटर खराब है.

नेट की सुविधा न होने से आधुनिक जानकारी संस्थान के कर्मियों को नहीं हो पा रही है. जीएम ने कर्मियों को आश्वासन दिया कि जल्द ही समस्याओं का सामाधान किया जायेगा. जीएम ने बताया कि सरकार ने पूमरे को तीन हजार करोड़ का बजट दिया है. इसमें दोहरीकरण से लेकर जंक्शन, सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही गयी है. बताया कि देश के 25 रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा. इसमें मुजफ्फरपुर जंक्शन का भी चयन हुआ है. मुजफ्फरपुर जंक्शन का री-डेवलेपमेंट किया जाएगा. जिसके बाद यह रेलवे स्टेशन विश्वस्तरीय होगा.

मुजफ्फरपुर से पाटलिपुत्र के बीच ही चलेगी ट्रेन : इस बीच उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जब तक मुजफ्फरपुर-हाजीपुर-पटना के बीच रेलवे दोहरीकरण का काम नहीं हो जाता, तब तक मुजफ्फरपुर से पटना के बीच ट्रेन का परिचालन संभव नहीं है. बताया कि पूर्व मध्य रेलवे ने यार्ड माडलिंग का काम शुरू कर चुका है.
सफाई कर्मी से लेकर डॉक्टर तक नहीं है : क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य जफर आलम ने जीएम डीके गायेन को पीपीटी (पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन) के जरिये रेल प्रशिक्षण संस्थान की हर एक जानकारी से रू-ब-रू कराया. बताया कि 4200 ग्रेड-पे पर संस्थान के पास कोई कर्मी नहीं है.
डेमो के दौरान फंस गई ट्रेन : पीपीटी देखने जीएम व उनकी पूरी टीम रेल प्रशिक्षण संस्थान पहुंची. सबसे पहले पुस्तकालय का निरीक्षण किए. इसके बाद वे संरक्षा प्रतिमान कक्ष का निरीक्षण करने पहुंचे. जीएम ने प्रशिक्षण कर्मी को डेमाे ट्रेन चलाने के आदेश दिए. कर्मियों ने डेमाे ट्रेन चलाने शुरू किया, कुछ दूर चल वह फंस गयी. उन्होंने ठीक से ट्रेनिंग लेने की हिदायत दी. मौके पर उनके साथ प्रमुख मुख्य इंजीनियर हेमंत सिंह, मंडल रेल प्रबंधक अतुल्य सिन्हा, मुख्य संरक्षा अधिकारी संजीव शर्मा, मुख्य यातायात योजना शिव कुमार प्रसाद आदि मौजूद रहे.
‘इंजन पर चढ़ते वक्त भूल जाएं सभी टेंशन’ : जीएम डीके गायेन ने कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे की अपने आप में एक अलग दुनिया है. हर दिन इसमें सीखने की जरूरत है. ट्रेन कैसे चलनी है. इस पर फोकस करें. ऑपरेशन से जुड़े लोगों के लिए जीएसआर ही उसका बाइबिल, कुरआन, गीता है. इसका उल्लघंन कभी नहीं होना चाहिए. अगर इसका उल्लघंन होता है, तो दुर्घटना जरूर घटेगी. कहा कि इंजन पर चढ़ते वक्त आप अपने सभी टेंशन को भूल जाए. केवल आपका ध्यान ट्रेन चलाने पर हो. कहा कि रेस्ट के टाइम में रेस्ट करिये. क्योंकि रेलवे में सोने व जगने का टाइम फिक्स नहीं है. उन्होंने भारतीय रेल एक परिचालन पुस्तक का िवमोचन किया. साथ ही अपनी तरफ से संस्थान को 40 हजार रुपये देने की घोषणा की.
रेलवे हटायेगा अतिक्रमण
जीएम ने क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान के पीछे अतिक्रमण को फोर्स की मदद से हटाने का निर्देश अधिकारियों को दिया. कब्जा वाले जगह पर रेलवे हॉस्टल बनाएगा. इसके अलावा कॉम्प्लेक्स का भी निर्माण होगा. उन्होंने निर्देश दिया कि रेलवे की पूरी जमीन पर बाउंड्री वाल बनाया जाए. मालूम हो कि प्रशिक्षण संस्थान के पिछले हिस्से में बड़ी आबादी का कब्जा कई सालों से है.

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