बीआरएबीयू. बनी छात्रों, शिक्षक-कर्मियों की सूची, विवि बंद करानेवालों पर होगी कार्रवाई

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि को बंद कराने व अराजकता फैलानेवाले लोगाें की सूची विवि प्रशासन ने तैयार कराया है. इसमें छात्र नेता से लेकर विवि के कई शिक्षक व कर्मियों के नाम शामिल हैं. इसकी रिपोर्ट विवि प्रशासन को सौंपी जा चुकी है. विवि अब इसे राजभवन भेजने की तैयारी में जुटा है. विवि ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2017 9:46 AM
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि को बंद कराने व अराजकता फैलानेवाले लोगाें की सूची विवि प्रशासन ने तैयार कराया है. इसमें छात्र नेता से लेकर विवि के कई शिक्षक व कर्मियों के नाम शामिल हैं. इसकी रिपोर्ट विवि प्रशासन को सौंपी जा चुकी है. विवि अब इसे राजभवन भेजने की तैयारी में जुटा है. विवि ने इसका बकायदा रोडमैप भी तैयार कर लिया है. विवि के इस निर्णय के बाद अंदर खाने में विरोध शुरू हो गया है. इसका उदाहरण कुछ दिनों पूर्व विवि में हुई बंदी है. वीसी डॉ अमरेंद्र नारायण यादव ने बताया कि विवि ने अपने स्तर से रिपोर्ट तैयार की है, लेकिन अभी राजभवन को इसकी जानकारी नहीं दी गयी है. सूची में शामिल लोगों को एक बार मौका दिया जायेगा.
सूची में शामिल शिक्षकों के खिलाफ पहले हो चुकी है जांच : विवि ने जिन शिक्षकों का नाम डिस्टर्ब एलिमेंट में रखा है, वैसे शिक्षकों के खिलाफ पूर्व में जांच कमेटी बन चुकी है. मौजूदा समय में कमेटी ने रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. विवि सूत्रों की मानें, तो ये वही शिक्षक हैं, जो विवि को डिस्टर्ब करने में छात्र नेताओं को सहयोग भी करते हैं. इस सूची में कई पूर्व अधिकारी से लेकर प्रोफेसर तक शामिल हैं. छात्र नेता इन्हीं शिक्षकों की शह पर बंदी का खेल खेलते हैं.
बंदी के पीछे एक गुट विशेष का हाथ
विवि बंदी के पीछे विवि के एक गुट विशेष का हाथ बताया जा रहा है. इसकी रिपोर्ट भी विवि ने अपने स्तर से तैयार की है. इसमें शिक्षकों के अलावा विविकर्मियों के नाम भी शामिल हैं, जो बंदी के बहाने अपना स्वार्थ निकलाने में माहिर हैं. ऐसे कर्मियों के खिलाफ विवि पहले भी जांच करा चुका है और उन पर कार्रवाई भी कर चुका है. लेकिन ऐसे कर्मी संघ को आगे कर विवि को हर बार झुकाते रहे हैं.

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