मुजफ्फरपुर : कहते हैं कि पुलिस की वरदी आम लोगों की सुरक्षाकवच है. कानून-व्यवस्थाके अलावा लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करना भी पुलिस की वर्दीकाधर्म और कर्तव्य है, लेकिन मुजफ्फरपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसकेबारेमें जानकर आपके होशउड़जायेंगे. जी हां,यहांपुलिसने तीनऐसेजवानों को गिरफ्तार किया है, जो वर्दी की आड़ में अपहरण कर फिरौती वसूलने का काम कर रहे थे. जानकारी मिलने के तुरंत बादएसएसपीने कार्रवाई करते हुए तीनों जवानों को निलंबित कर दिया है और मीडिया को जानकारी दी है कि तीनों के खिलाफ अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर इन्हें जेल भेजा जायेगा.
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरपुर में टाइगर मोबाइल वाहन पर कार्यरत तीन जवान अपहरणकर्ता निकले हैं. खुलासा होने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गयी है. बताया जा रहा है कि जिले के मानिकपुर के रहनेवाले युवक शशिरंजन को बुधवारको कुछ लोगों ने अगवा कर लिया. उसके बाद प्रत्यक्षदर्शियों ने इसकी सूचना शशिरंजन के परिजनों को दी. परिजनों ने मुजफ्फरपुर एसएसपी से गुहार लगायी. पुलिस ने त्वरित एक्शन लेते हुए जांच शुरू की. परिजनों से मिली लोकेशन की जानकारी के बाद पुलिस ने छापेमारी शुरू की और इस मामले में तीन लोगों को धर दबोचा. उसके बाद जो हुआ, उसे जानकर पुलिस के हाथ-पांव फूल गये.
तीनों आरोपित पुलिस के जवान निकले
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार हुए तीनों पुलिस के जवान हैं. तीनों जवान टाइगर मोबाइलमेंअपनी ड्यूटी करते हैं. गिरफ्तार सिपाही अख्तर साह, सिपाही सुमेश्वर सिंह और सिपाही संजीत कुमार को पुलिस ने जीरो माइल चौक से गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि तीनों ने युवक को कांटी के इंटर कॉलेज की ओर ले जाकर उसे छोड़ने केएवजमें पांच लाख रुपये की मांग कर रहे थे.
पहले भी वसूली है फिरौती
परिजनों ने पुलिस को एक और चौंका देने वाली जानकारी दी है. परिजनों के मुताबिक पहले भी इसी युवक को कुछ दिन पहले इन्हींजवानों के द्वारा अगवा किया गया और तीन लाख रुपयेकी फिरौती वसूली गयी. इस बार पांच लाख रुपये मांगे जा रहे थे. लेकिन, पुलिस की मुस्तैदी की वजह से सभी आरोपित पकड़े गये. गिरफ्तारी के बाद डीएसपी आशीष आनंद ने मीडिया को बताया कि तीनों के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
गिरफ्तारी के बाद बनाया बहाना
गिरफ्तारी के बाद टाइगर मोबाइल के जवानों ने शशि को लेकर बहानेबाजी शुरू की. हालांकि, पुलिस के आगे उनकी बहानेबाजी नहीं चली. उनलोगों ने बताया कि, उन्होंने शशि को एटीएम से फ्रॉड करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. जब पुलिस ने यह पूछा की इसकी जानकारी किसी वरीय पदाधिकारी को क्यों नहीं है? तो उनकी पोल खुल गयी. तीनों गिरफ्तार जवानों को अहियापुर पुलिस को सौंप दिया गया है. तीनों पर कानूनी कार्रवाई चल रही है.
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