एइएस के आठ बच्चे भरती डायरिया से एक की मौत

एक बेड पर दो बच्चों को रख कर किया जा रहा इलाज मुजफ्फरपुर : एइएस के संदिग्ध आठ बच्चे रविवार की सुबह से शाम तक एसकेएमसीएच में भरती किये गये. उधर पीआइसीयू वार्ड में भरती डायरिया से आक्रांत मीनापुर थाने के बहबल बाजार निवासी तीन वर्षीय बच्चे अंकित कुमार की मौत शनिवार की देर रात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2017 5:18 AM

एक बेड पर दो बच्चों को रख कर किया जा रहा इलाज

मुजफ्फरपुर : एइएस के संदिग्ध आठ बच्चे रविवार की सुबह से शाम तक एसकेएमसीएच में भरती किये गये. उधर पीआइसीयू वार्ड में भरती डायरिया से आक्रांत मीनापुर थाने के बहबल बाजार निवासी तीन वर्षीय बच्चे अंकित कुमार की मौत शनिवार की देर रात हो गयी. उसे शनिवार की दाेपहर तेज बुखार व डायरिया से पीड़ित होने पर भरती कराया गया था.
पीआसीयू वार्ड में आठ बेड हैं. जबकि वर्तमान में 12 मरीज भरती हैं. मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण एक बेड पर दो बच्चों को रख कर इलाज किया जा रहा है. शनिवार को आठ मरीज आने से वार्ड में अफरातफरी मच गयी. तब नर्स ने एक बेड पर दो बच्चे को रख इलाज शुरू किया. बच्चाें के खून पैथोलॉजी विभाग को भेजे गये हैं. रविवार होने के कारण किसी भी बच्चे की बीमारी की पुष्टि नहीं की जा सकी है. सभी बच्चे का इलाज एइएस के रोस्टर के तहत किया जा रहा है.
पैथोलॉजिकल जांच में नहीं हो पायी है पुष्टि
ये बच्चे हैं भरती : सीतामढ़ी जिले के पुपरी थाने के बच्चरपुर निवासी राकेश ठाकुर का पुत्र आदर्श कुमार (एक वर्ष), परसौनी के रामपुर निवासी दिनेश सिंह का पुत्र विशाल कुमार (नौ वर्ष), मुशहरी थाने के गोपालपुर गांव निवासी मो जुबैर का पुत्र अफरोज (तीन), अहियापुर थाने के विजयीछपरा गांव निवासी राकेश सहनी का पुत्र अजीत कुमार (डेढ़ वर्ष), मीनापुर थाने के बहबल बाजार निवासी संतोष पासवान की पुत्री सलोनी कुमारी (ढाई वर्ष), सुरेंद्र पासवान का पुत्र विवेक कुमार (ढाई), कांटी के फुलटून रजक की पुत्री साकहानी कुमारी (दो) व माेतिहारी जिले के मेहसी निवासी दिनेश राम की पुत्री अनुराधा कुमारी (चार) उधर जेनरल वार्ड में अहियापुर के रसुलपुर निवासी राम इकबाल की पुत्री
अनामिका कुमारी (एक वर्ष), शेखपुर के सत्यम कुमार (19), औराई के चैनपुर निवासी सुभाष मिश्रा के पुत्र विनोद निराला (चार) एवं मीनापुर के कुमोद झा के पुत्र सुर्यकांत मिश्रा (चार) को तेज बुखार से पीड़ित होने पर जेनरल वार्ड में भरती कर इलाज की जा रही है.

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