सातवां वेतन आयोग लागू करने की मांग, कर्मियों ने दूसरे दिन भी बंद कराया विवि

मुजफ्फरपुर: बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर सातवां वेतनमान लागू करने व अन्य लंबित मांगों की पूर्ति के लिए दो दिवसीय आंदोलन के दूसरे दिन भी कर्मचारियों ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय का कामकाज ठप कराकर मुख्य द्वार पर धरना दिया. बुधवार को आंदोलन में मुजफ्फरपुर के साथ ही मोतीहारी व बेतिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2017 8:51 AM
मुजफ्फरपुर: बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर सातवां वेतनमान लागू करने व अन्य लंबित मांगों की पूर्ति के लिए दो दिवसीय आंदोलन के दूसरे दिन भी कर्मचारियों ने बीआरए बिहार विश्वविद्यालय का कामकाज ठप कराकर मुख्य द्वार पर धरना दिया.

बुधवार को आंदोलन में मुजफ्फरपुर के साथ ही मोतीहारी व बेतिया के अंगीभूत महाविद्यालयों के कर्मचारी धरना पर बैठे थे. राज्य स्तरीय विभिन्न मांगों को लेकर महाविद्यालयों के कर्मचारी सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर रहते हुए विश्वविद्यालय मुख्यालय पर धरना- प्रदर्शन में शामिल हुए. महासंघ के आह्वान पर राज्य के सभी 250 महाविद्यालयों के कर्मचारी 20 व 21 जून को सामूहिक अवकाश पर रहे. दूसरे दिन तीन जिलों के कर्मचारी विश्वविद्यालय मुख्यालय पर धरना दिये, जबकि अन्य महाविद्यालयों के कर्मचारियों ने महाविद्यालय में ही धरना दिया.

वक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार ने मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो किसी भी समय पूरा कामकाज ठप कर देंगे. धरना स्थल पर प्रक्षेत्रीय मंत्री एमपी जायसवाल, प्रक्षेत्रीय उपाध्यक्ष अशोक मिश्र, प्रक्षेत्रीय मंत्री इंद्र कुमार दास, जिला मंत्री राजीव रंजन, संयुक्त मंत्री कार्तिक पूर्णेंदु, उमा सिंह, विनोद कुमार रजक, मिथिलेश कुमार, विनोद कुमार झा, भदई महतो,
रामदेव चौधरी, रवींद्र मिश्र, अशोक कुमार ठाकुर, नीतीश कुमार, सतीश चंद्र राय, संजय कुमार, महंतजी, मनोज कुमार, भरत सिंह, महंत प्रसाद यादव, प्रमोद ठाकुर, गगनदेव यादव, अवधेश पांडेय, अवधेश्वर सिंह, निशांत शेखर आदि मौजूद थे.

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